खरीफ की फसलों के लिए केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार के इस कदम से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। केंद्रीय कैबिनेट ने 2022-23 फसल वर्ष के लिए धान के MSP को 100 रुपये बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। इसके साथ ही खरीफ की अन्य फसलों की एमएसपी भी बढ़ाई है।
नई दिल्ली। खरीफ की फसलों के लिए केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार के इस कदम से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। केंद्रीय कैबिनेट ने 2022-23 फसल वर्ष के लिए धान के MSP को 100 रुपये बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। इसके साथ ही खरीफ की अन्य फसलों की एमएसपी भी बढ़ाई है।
पिछले साल की तुलना में खरीफ विपणन सत्र 2022-23 में कई फसलों की एमएसपी में बड़ी वृद्धि की गई है जैसे – तिल (₹523/क्विंटल), मूंग (₹480/क्विंटल) और सूरजमुखी के बीज (₹385/क्विंटल)
किस फसल पर एमएसपी में कितनी वृद्धि हुई इसकी जानकारी दे रहे हैं केंद्रीय मंत्री @ianuragthakur pic.twitter.com/p7KXYHPGbY
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केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा कि बुवाई के समय एमएसपी की जानकारी होने पर किसानों का मनोबल बढ़ता है। इसके साथ ही उन्हें फसल के दाम भी अच्छे मिलते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, इस बार खरीफ की सभी 14 फसलों और उनकी वैरायटीज सहित 17 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की गई है।
खरीफ विपणन सत्र 2022-23 में किसानों को मिली भारत सरकार की सौगात
माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2022-23 विपणन मौसम के लिए सभी अधिदेशित खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि को मंजूरी दे दी है pic.twitter.com/mVBBCYLYy8
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उन्होंने कहा कि, कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया है कि तिल के दाम में 523 रुपये की बढ़ोतरी होगी। वहीं, मूंग पर प्रति क्विंटल 480 रुपये, सूरजमुखी पर 358 रुपये प्रति क्विंटल और मूंगफली पर 300 रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी। बता दें कि, खरीफ की फसल के अंतर्गत धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उडद, तुअर, कुल्थी, जूट, सन, कपास आदि। खरीफ की फसलें जून जुलाई में बोई जाती हैं। सितंबर-अक्टूबर में इनकी कटाई होती है।