लद्दाख के निर्दलीय सांसद मोहम्मद हनीफा जान (Ladakh Independent MP from Ladakh Hanifa) ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) व राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की है। कांग्रेस की तरफ से हनीफा और खरगे की तस्वीर ऑफिशियल एक्स हैंडल पर शेयर की गई है।
नई दिल्ली। लद्दाख के निर्दलीय सांसद मोहम्मद हनीफा जान (Ladakh Independent MP from Ladakh Hanifa) ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) व राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की है। कांग्रेस की तरफ से हनीफा और खरगे की तस्वीर ऑफिशियल एक्स हैंडल पर शेयर की गई है। इस तस्वीर में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल (Congress General Secretary KC Venugopal) भी नजर आ रहे हैं। हनीफा और खरगे की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि कहीं लद्दाख के निर्दलीय सांसद हनीफा (Ladakh Independent MP from Ladakh Hanifa) कांग्रेस का हाथ तो नहीं थामने वाले हैं।
Ladakh MP Mohammad Hanifa Jan ji met Congress President @kharge ji in New Delhi. pic.twitter.com/4XJifemoOU
— Congress (@INCIndia) June 11, 2024
हालांकि, इस बात की भी चर्चा है कि कांग्रेस को मोहम्मद हनीफा की तरफ से समर्थन दिया जा सकता है। देश की सबसे पुरानी पार्टी को पहले ही दो सांसदों का समर्थन मिल चुका है। पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पप्पू यादव ने सोमवार (10 जून) को मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात कर कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया था। ठीक इसी तरह से महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले विशाल प्रकाशबापू पाटिल ने भी कांग्रेस पार्टी को समर्थन दिया है। कांग्रेस को इस चुनाव में 99 सीटें मिली थी।
कारगिल के शिया नेता हैं मोहम्मद हनीफा
मोहम्मद हनीफा जान कारगिल जिले के रहने वाले हैं। उनकी पहचान एक प्रमुख शिया नेता के तौर पर होती है। उन्होंने लद्दाख सीट पर इस साल निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। लद्दाख में 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी। लद्दाख के लोगों में संविधान की छठी अनुसूची और राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने को लेकर बीजेपी के प्रति आक्रोश देखने को मिला था। इसका नतीजा बीजेपी को यहां पर हार के साथ चुकाना पड़ा है।
हनीफा जान को 1,35,524 वोट में से 65,259 वोट मिले. इस तरह उनका वोट शेयर 48 फीसदी था। उन्होंने दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार त्सेरिंग नामग्याल को लगभग 28 हजार वोटों से हराया है। नामग्याल को 37,397 वोट मिले, जबकि उनका वोट शेयर 27 फीसदी रहा है। दो बार चुनाव जीतने वाली बीजेपी को यहां 31,956 वोट मिले। लद्दाख में 20 मई को वोटिंग हुई थी। यहां 70 फीसदी मतदान हुआ था।