उत्तर प्रदेश के मऊ सदर सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के जुड़े एम्बुलेंस मामले में आखिरकार पुलिस को सफलता हाथ लग गयी। इस केस में लम्बे समय से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी आनंद यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आनंद यादव पर मुजाहिद और शाहिद के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप लगा था।
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के मऊ सदर सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के जुड़े एम्बुलेंस मामले में आखिरकार पुलिस को सफलता हाथ लग गयी। इस केस में लम्बे समय से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी आनंद यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आनंद यादव पर मुजाहिद और शाहिद के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप लगा था। इस केस में डा. अल्का राय पर दबाव डालकर झूठा बयान दिलवाने का भी आनंद यादव पर आरोप लगा था, जिसके बाद से पुलिस आनंद यादव की तलाश में थी।
वहीं मुख्तार अंसारी एम्बुलेंस केस में पुलिस को अभी भी ईनामिया शाहिद और मुजाहिद की तलाश है। हालांकि मुख्तार के गुर्गे राजनाथ यादव, डा. अलका और शेष नाथ राय को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। पूर्वांचल के माफिया और विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब जेल से 31 मार्च को मोहाली कोर्ट तक पेशी पर लाने और ले जाने में यूपी 41 नंबर की एम्बुलेंस का प्रयोग किया गया था।
इस मामले में गठित एसआईटी ने मऊ जिले के श्याम संजीवनी हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की संचालिका डाॅ.अलका राय, निदेशक शेषनाथ राय समेत सहयोगी रहे राजनाथ यादव को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।