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Dhruv Jurel : ‘बल्ले के लिए पिता ने लिया था कर्ज… और मां ने बेंच दी थी सोने की चेन,’ संघर्ष के बादलों में चमकते ध्रुव तारे ‘जुरेल’ की कहानी

Biography of Dhruv Jurel : एक प्रसिद्ध पंक्ति है कि हर कामयाब आदमी के पीछे एक महिला का हाथ होता है। और यह महिला- मां, बहन या पत्नी किसी न किसी रूप में हमारे संघर्ष में हमारा साथ देती हैं। लेकिन पिता के संघर्षों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसका एक उदाहरण उत्तर प्रदेश के विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) की कहानी है। ध्रुव को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए शुरुआत दो मैचों के लिए भारतीय टीम में जगह मिली है।

By Abhimanyu 
Updated Date

Biography of Dhruv Jurel : एक प्रसिद्ध पंक्ति है कि हर कामयाब आदमी के पीछे एक महिला का हाथ होता है। और यह महिला- मां, बहन या पत्नी किसी न किसी रूप में हमारे संघर्ष में हमारा साथ देती हैं। लेकिन पिता के संघर्षों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसका एक उदाहरण उत्तर प्रदेश के विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) की कहानी है। ध्रुव को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए शुरुआत दो मैचों के लिए भारतीय टीम में जगह मिली है।

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भारत बनाम इंग्लैंड पहला टेस्ट मैच 25 जनवरी 2024 से हैदराबाद में खेला जाएगा। अगर इस मैच में ध्रुव जुरेल को खेलने के मौका मिलता है तो वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डेब्यू करेंगे। जोकि ध्रुव के लिए एक बड़े सपने के पूरा होने जैसा होगा, क्योंकि किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए अपने देश के लिए खेलना एक बड़ा सपना होता है। हालांकि, इस युवा खिलाड़ी ने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ा संघर्ष किया है। आर्थिक बदहाली इस संघर्ष में उनके पिता और मां उनके साथ खड़े रहे। आइये जानते हैं ध्रुव जुरेल के यहां तक पहुंचने की जीवन यात्रा के बारे में।

Who is Dhruv Jurel? - Interesting Facts about RR Young Sensation

पिता ने बल्ले के लिए दोस्तों से लिया कर्ज

ध्रुव जुरेल का जन्म 21 जनवरी 2001 को यूपी के आगरा में हुआ था। उनके पिता नेम सिंह जुरेल कारगिल युद्ध में लड़ चुके हैं। ध्रुव 10 साल के भी नहीं थे, जब उनके पिता बतौर हवलदार सेना ने रिटायर हो गए थे। इस समय ध्रुव जुरेल आगरा के आर्मी स्कूल में पढ़ते थे। उनके पिता चाहते थे कि बेटा सेना में अफसर बने और उनकी तरह देश की सेवा करे। इसी वजह से ध्रुव के पिता नेम सिंह जुरेल ने बेटे को खेल से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने को कहा। स्कूल में दो महीने के लिए खेल का कैंप शुरू हुआ तो ध्रुव तैराकी में भाग लेने के लिए अपने दो दोस्तों के साथ पहुंचे। उस समय ध्रुव ने अपने पिता से झूठ बोला था कि वह स्कूल में सिर्फ तैराकी सीख रहे हैं। लेकिन ध्रुव ने क्रिकेट कोचिंग के लिए भी दाखिला लिया था। जब यह बात पिता को पता चली तो फिर उन्हें पिता के जबरदस्त गुस्से का सामना करना पड़ा। हालांकि, पिता को भी जल्द ही अहसास हुआ कि बेटे ध्रुव क्रिकेट को लेकर काफी भावुक है और फिर उन्होंने ध्रुव को अपने सपने को पूरा करने की अनुमति दी। वहीं, घर की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण पिता के पास ध्रुव के लिए बल्ला खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, ऐसे में उन्होंने ध्रुव को बल्ला दिलाने के लिए दोस्तों से 800 रुपये कर्ज लिया था।

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क्रिकेट किट के लिए मां ने बेची चेन

एक साधारण परिवार से आने के कारण, ध्रुव को शुरू से वित्त समस्याओं का सामना करना पड़ा था। उनके पिता घर पर आर्थिक समस्याओं के कारण असहाय थे। जब ध्रुव थोड़े बड़े हुए तो उनके पिता नेम सिंह चाहते थे कि वह सरकारी नौकरी के लिए कोशिश करें। इसके साथ उन्होंने ध्रुव को क्रिकेट छोड़ने के लिए भी कहा, लेकिन बेटे ने क्रिकेटर बनने का मन बना लिया था। ध्रुव ने एक इंटरव्यू में कहा था कि जब उन्होंने अपने पिता को किट की कीमत लगभग 8,000 रुपये बताया तो वह कीमत सुनकर चौंक गए और उन्हें क्रिकेट खेलना बंद करने के लिए कहा।’ उनके लिए बिना कुछ सोचे-समझे क्रिकेट किट खरीदना सामान्य बात नहीं थी। वह चाहते थे कि बेटा सेना में अफसर बने। इस वजह से वह किट नहीं खरीद रहे थे। वहीं, ध्रुव ने धमकी दी कि अगर उन्हें क्रिकेट किट नहीं मिली तो वह घर छोड़ देंगे। जिसके बाद उनकी मां ने सोने की चेन बेचकर किट दिलाई। लेकिन बाद में क्रिकेट में ध्रुव की रुचि और प्रतिभा देखकर पिता भी उनका समर्थन करने लगे।

कम उम्र से ही ध्रुव ने छोड़ी छाप

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ध्रुव ने छोटी उम्र से ही क्रिकेट जगत में अपनी छाप छोड़नी शुरू कर दी थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लिए अंडर-14 और अंडर-16 आयु वर्ग क्रिकेट भी खेला है। इसके बाद वह 2020 में वर्ल्ड कप के लिए भारत की अंडर -19 टीम का हिस्सा रहे हैं। वह 2020 में देश की अंडर-19 टीम के उपकप्तान भी बनाए गए। उनकी टीम अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में बांग्लादेश से हार गई, लेकिन ध्रुव की कप्तानी में भारत ने अंडर-19 एशिया कप जीता था। ध्रुव ने बल्लेबाजी के साथ विकेटकीपिंग में हाथ आजमाया और प्रभावित भी किया। इसके साथ ही वह मध्यक्रम बल्लेबाज होने के साथ ही विकेटकीपर भी बन गए। 2022 में विदर्भ के खिलाफ ध्रुव ने उत्तर प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया। अब तक उन्होंने 15 प्रथम श्रेणी में 790 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं। ध्रुव का बेस्ट स्कोर 249 रन है। ध्रुव ने 10 लिस्ट-ए और 23 टी-20 मैच भी खेले हैं।

आईपीएल 2023 में एंट्री

ध्रुव जुरेल को आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने 20 लाख रुपये में अपनी टीम के साथ जोड़ा था। हालांकि, उन्हें पहली बार खेलने का मौका आईपीएल 2023 में मिला। आईपीएल में ध्रुव ने 5 अप्रैल 2023 को गुवाहाटी में पंजाब किंग्स के खिलाफ बतौर इम्पैक्ट प्लेयर डेब्यू किया था। इस मैच उन्होंने 15 गेंद पर 32 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। इसके बाद से ही वह चर्चा में आ गए। ध्रुव ने आईपीएल अब तक 13 मैच खेले हैं, जिसमें 172.72 के स्ट्राइक रेट से 152 रन बनाए हैं । आईपीएल 2024 के लिए राजस्थान ने इस विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज को रिटेन किया। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत ध्रुव को भारत ए की टीम में भी जगह मिली। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई इंडिया-ए टीम का वह हिस्सा थे। ध्रुव ने चार दिवसीय मैचों में से एक में 69 रन बनाए और तीन कैच भी लिए थे। अब उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में मौका दिया गया है।

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