क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन का क्रिकेट प्रेमियों में इतना क्रेज था की वो जब बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरते थे। तो पूरा क्रिकेट ग्राउंड सचिन सचिन की आवाज से गूंज जाता था। सचिन के साथ खेलने वाले कई शानदार क्रिकेटर हुए जैसे द्रविड़,गांगुली,युवराज और सहवाग न जानें कितने नाम।
नई दिल्ली। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन का क्रिकेट प्रेमियों में इतना क्रेज था की वो जब बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरते थे। तो पूरा क्रिकेट ग्राउंड सचिन सचिन की आवाज से गूंज जाता था। सचिन के साथ खेलने वाले कई शानदार क्रिकेटर हुए जैसे द्रविड़,गांगुली,युवराज और सहवाग न जानें कितने नाम। लेकिन किसी भी क्रिकेटर का नाम सचिन जैसा मैदान पर नहीं गूंजा।
फिर 2004 में एक क्रिकेटर आया भारतीय टीम में लंबे लंबे बालों वाला। किसे मालूम था कि ये खिलाड़ी लंबा चलने वाला है। इस खिलाड़ी ने जब 2020 में सन्यास की घोषणा की तब तक वो ऐसा खिलाड़ी बन चुका था की भीड़ से सिर्फ उसकी ही नाम की आवाज आती थी। हम बात कर रहे हैं भारतीय क्रिकेट की उम्मीद,हार को जीत में बदल देने वाले,सभी आईसीसी की ट्राफियों पर कब्जा जमाने वाले भारत के महान कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी की।
धोनी आज अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं। वन डे विश्वकप,टी20 विश्वकप और चैंपियनश ट्राफी जैसे सभी ट्राफियों पर भारत ने धोनी के ही कप्तानी में कब्जा जमाया था। इसी तरह जब भी भारत कोई टूर्नामेंट जीता, तो ज्यादातर बार ट्राफी धौनी नहीं पकड़े होते। वो अपने टीम के साथियों और युवा खिलाडिय़ों को ट्रॉफी पकडऩे देते हैं। यह वो अपनी पूरी टीम के लिए सराहना स्वरूप करते थे। यह आदत शीर्ष पर पहुंचने के बाद अपने से नीचे मौजूद लोगों के साथ ईमानदारी और बेहतर व्यवहार करने का सबक देती है।