नई दिल्ली: अपने ज़माने की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ आपने भी देखी होगी। फिल्म में अनारकली बनी मधुबाला की खूबसूरती और बेहतरीन डांस भी आपको याद होगा, मगर इस फिल्म के बारे में आपको एक चीज़ नहीं पता होगी।
आपको बता दे आज मधुबाला का जन्म 14 1933 को दिल्ली में एक पश्तून मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके जन्म दिन पर आज हम आपको उनकी खास फिल्म के कुछ राज बताने जा रहें हैं जिसे सुन आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल, फिल्म मुगले आज़म के सेट पर एक नहीं बल्कि दो मधुबाला थी। कौन थी ये दूसरी मधुबाला चलिए आपको बताते हैं…
मुगले आज़म फिल्म का गाना ‘जब प्यार किया, तो डरना क्या’ लोगों के बीच बहुत पॉप्युलर हुआ था। इस गाने में अनारकाली का डांस भी गज़ब का था, लेकिन क्या आपको पता है कि इस गाने में दो अनारकलियां थीं। एक असली और दूसरी नकली। इस गाने को तो लोग आज भी याद करते हैं मगर इस गाने से जुड़ा सीक्रेट नहीं जानते।
कम ही लोग जानते हैं कि उस गाने में वह करिश्माई अदाएं मधुबाला की नहीं बल्कि किसी और की थीं। फिल्म के वक्त सेट पर दो मधुबालाएं थीं। दोनों में असली और नकली को पहचनाना तक मुश्किल हो जाता था। दरअसल, जब गाने की शूटिंग के वक्त फिल्म के डायरेक्टर के.आसिफ दो चीजों से परेशान थे।
पहला- मधुबाला की तबीयत खराब से, उनके दिल में छेद था। दूसरा- वह अच्छी डांसर नहीं थीं। के.आसिफ फिल्म में अनारकली को सबसे बेहतरीन डांसर दिखाना चाहते थे। दोनों दिक्कतों के कारण वह सोच में पड़े थे कि करें तो क्या करें। ऐसे में एक मूर्तिकार बी.आर खेड़कर उनकी समस्या का हल करने आए। उन्होंने एक तरीका सुझाया और कहा- मधुबाला के कठिन स्टेप्स एक प्रोफेशनल डांसर कराइए, जिसके चेहरे पर उन्हीं का मुखौटा होगा।
खेड़कर ने मधुबाला को सामने खड़ा करा कर मुखौटे की डिजाइन बनाई। फिर पिघली रबड़ से उसे तैयार किया गया। तब मशहूर डांसर लक्ष्मी नारायाण को वह मधुबाला का मुखौटा पहनाया गया। वह सेट पर पहुंचे, तो असली मधुबाला को पहचानना मुश्किल हो गया था।