आज हम बात कर रहे है भारत के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ी सौरव गांगुली की, क्योंकि आज यानी 8 जुलाई को उनका जन्मदिन है। 8 जुलाई 2021 को अपना 49वां जन्मदिन मना रहे सौरव गांगुली इस समय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के बॉस हैं और वे हमेशा क्रिकेट से जुड़े रहना पसंद करते हैं।
नई दिल्ली। आज हम बात कर रहे है भारत के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ी सौरव गांगुली की, क्योंकि आज यानी 8 जुलाई को उनका जन्मदिन है। 8 जुलाई 2021 को अपना 49वां जन्मदिन मना रहे सौरव गांगुली इस समय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के बॉस हैं और वे हमेशा क्रिकेट से जुड़े रहना पसंद करते हैं। यही कारण है कि देश के लिए खेलने के बाद उन्होंने क्रिकेट प्रशासक के तौर पर कार्यभार संभाला।
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के तौर पर भले ही सौरव गांगुली का रिकॉर्ड ज्यादा बेहतर न हो, लेकिन जिस जुनून को उन्होंने टीम में एक कप्तान के तौर पर भरा था, वो शायद कोई और नहीं कर पाया। जी हां, विदेशी में भारतीय टीम को जीतना कप्तान सौरव गांगुली ने ही सिखाया था। जब भारतीय टीम को बल्लेबाजी की जरूरत होती थी तो वे बल्लेबाज बन जाते थे और गेंदबाजी की जरूरत होती थी तो वे गेंदबाजी की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार रहते थे। आपको बता दें कि भारत को क्रिकेट के हर फार्मेट में शीर्ष पर ले जाने वाले और सभी आईसीसी ट्राफी जीतने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी टीम में लाने वाले सौरव ही थे।
धोनी ने सौरव गांगुली की ही कप्तानी में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। गांगुली का भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक विशेष स्थान है। अपने खेल के दिनों में एक विशिष्ट समय अवधि के लिए वह टीम में सबसे अधिक नफरत और सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले खिलाड़ी थे। ऑफ साइड पर उनकी दक्षता से अधिक, एकदिवसीय मैचों में सचिन के साथ उनकी शानदार साझेदारी, ग्रेग चैपल के साथ उनका झगड़ा आदि यह एक युवा टीम को आकार देने में एक कप्तान के रूप में उनकी भूमिका है, जिसके लिए उन्हें सबसे ज्यादा याद किया जाता है।