श्रीलंका का एक क्रिकेटर हुआ करता था जिसने क्रिकेट में एक अलग ही प्रथा चलायी। उस समय खिलाड़ी जब ओपनिंग के लिए आते थे तो विकेट बचा कर के खेलते हुए रन बनाते थे। और लॉस्ट के ओवरों में तेजी से रन बटोरतें थे। लेकिन इस कायदे कानून को बदलने का काम किया था श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर और महान खिलाड़ी सनथ जयसूर्या ने।
नई दिल्ली। श्रीलंका का एक क्रिकेटर हुआ करता था जिसने क्रिकेट में एक अलग ही प्रथा चलायी। उस समय खिलाड़ी जब ओपनिंग के लिए आते थे तो विकेट बचा कर के खेलते हुए रन बनाते थे। और लॉस्ट के ओवरों में तेजी से रन बटोरतें थे। लेकिन इस कायदे कानून को बदलने का काम किया था श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर और महान खिलाड़ी सनथ जयसूर्या ने। जयसूर्या ने एक ऐसी राह दिखाई जिसमें शुरु में ही इतना तेज खेलो की मैच के शुरुआत से ही विपक्षी टीम पर दबाव बन सके।
जिस राह पर बाद में क्रिकेट की कई जोड़िया चली। आज सनथ जयसूर्या का जन्मदिवस है। 30 जून 1969 को मतारा में जन्मे सनथ जयसूर्या ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत गेंदबाज के तौर पर की थी, लेकिन उनकी रूचि बल्लेबाजी में भी काफी ज्यादा थी। यही वजह थी कि उन्होंने टॉप ऑर्डर में खेलना शुरू कर दिया। सनथ जयसूर्या ने साल 1989 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था और साल 1993 में उनको ओपनर के तौर पर भेजा जाने लगा।
यहां तक कि वे तब भी गेंदबाजी करते और कई बार अपने कोटे के सभी ओवर फेंकते थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि एकदिवसीय क्रिकेट में सनथ जयसूर्या के नाम विश्व रिकॉर्ड भी दर्ज है। जयसूर्या वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 10 हजार से ज्यादा रन, 300 से ज्यादा विकेट और 100 से ज्यादा कैच पकड़ने वाले दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं।