मैनपुरी (Mainpuri) में मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की लोकप्रियता का अंजादा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य (BJP candidate Raghuraj Singh Shakya ) भी सपा संरक्षक के अंतेष्टि स्थल पर बुधवार को माथा टेकते दिखे।
सैफई। मैनपुरी (Mainpuri) में मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की लोकप्रियता का अंजादा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य (BJP candidate Raghuraj Singh Shakya ) भी सपा संरक्षक के अंतेष्टि स्थल पर बुधवार को माथा टेकते दिखे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मैनपुरी उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य (BJP candidate Raghuraj Singh Shakya ) ने चुनावी रण में कदम से पहले सैफई में उत्तर भारत के शीर्ष राजनीतिज्ञ रहे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के अंतेष्टि स्थल पर माथा टेक कर जीत के लिए उनका आशीर्वाद मांगा।
मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव की लोकप्रियता का अंजादा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य भी सपा संरक्षक के अंतेष्टि स्थल पर बुधवार को माथा टेकते दिखे। pic.twitter.com/dKtPipcqmr
— santosh singh (@SantoshGaharwar) November 16, 2022
मैनपुरी संसदीय सीट पर होने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य को चुनाव मैदान में उतार कर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। बता दें कि उपचुनाव उतरे रघुराज सिंह शाक्य इटावा के ससंदीय इतिहास मे लगातार दो दफा जीतने वाले पहले शख्स है। रघुराज इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा के धौलपुर खेड़ा के मूलवासी है। शाक्य ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव उनके राजनैतिक गुरु है और नेता जी की आत्मा ने ही उन्हें बीजेपी से टिकट दिलवाया है और शिवपाल यादव समेत मुलायम परिवार के हर बुजुर्ग का आशीर्वाद उनके साथ है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव की विरासत वाली सीट मैनपुरी उनके शिष्य रघुराज को ही मिलेगी। जिस तरीके से चौधरी चरण सिंह की विरासत उनके बेटे अजीत सिंह को न मिलकर उनके शिष्य मुलायम सिंह को मिली थी। इसी तरह मुलायम सिंह की विरासत उनके शिष्य रघुराज सिंह शाक्य को मिलेगी।
रघुराज शाक्य 2012 में इटावा सदर सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े और जीत हासिल की, लेकिन 2017 के आम चुनावों में रघुराज का टिकट काट दिया गया। जिसके बाद खुद शाक्य और उनके सैकड़ों समर्थको ने सपा से इस्तीफा दे दिया था। सपा छोड़ने के बाद रघुराज सिंह शाक्य शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष बन गए। रघुराज सिंह शाक्य 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर लगातार दो दफा सांसद चुने गए। ऐसा कहा जाता है कि बेसक रघुराज शाक्य को समाजवादी पार्टी ने 1999 और 2004 मे संसदीय चुनाव मे लड़ाया हो, लेकिन उनकी असल पैरोकारी शिवपाल सिंह यादव ने की थी। इसलिए रघुराज को शिवपाल का करीबी माना जाता है।