वक्फ संशोधन विधेयक जेपीसी के चेयरमैन (Waqf Amendment Bill JPC Chairman) और बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल (BJP MP Jagdambika Pal) ने कहा कि आज जेपीसी की बैठक के दौरान हुई हाथापाई पर मैंने स्पीकर ओम बिरला (Speaker Om Birla) को घटना से अवगत करा दिया है। यह एक बड़ी घटना थी और पहली बार हमें मजबूरी में बैठक स्थगित करनी पड़ी।
नई दिल्ली। वक्फ संशोधन विधेयक जेपीसी के चेयरमैन (Waqf Amendment Bill JPC Chairman) और बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल (BJP MP Jagdambika Pal) ने कहा कि आज जेपीसी की बैठक के दौरान हुई हाथापाई पर मैंने स्पीकर ओम बिरला (Speaker Om Birla) को घटना से अवगत करा दिया है। यह एक बड़ी घटना थी और पहली बार हमें मजबूरी में बैठक स्थगित करनी पड़ी। जगदंबिका पाल (Jagdambika Pal) ने कहा कि ओडिशा से दो प्रतिनिधिमंडल जिसमें वरिष्ठ वकील, पूर्व न्यायाधीश शामिल थे। देश में क्या संदेश गया है और उनकी (टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी) पार्टी को भी अपने सदस्य के व्यवहार के बारे में सोचना चाहिए।
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल (BJP MP Jagdambika Pal) ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। वे अपने अपराधों को छिपाने के लिए मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं सभी को बोलने का मौका देता हूं। मैं बैठक में कभी किसी को नहीं रोकता। जगदंबिका पाल ने कहा कि अगर सांसद कहते हैं कि उन्हें मुझसे कोई समस्या है और शिकायत करते हैं कि मैं उन्हें बोलने नहीं देता, तो मैं इस समिति से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी (TMC MP Kalyan Banerjee) को इस अनियंत्रित आचरण के लिए वक्फ बिल पर जेपीसी से एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है। वक्फ बिल पर जेपीसी के सदस्य बनर्जी को समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल (BJP MP Jagdambika Pal) के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने और कांच की बोतल तोड़ने और उन पर फेंकने के लिए लोकसभा नियम 261 और 374 (1) (2) के तहत एक दिन और दो बैठकों के लिए निलंबित कर दिया गया। बनर्जी के निलंबन की मांग करने वाले प्रस्ताव के पक्ष में नौ और विपक्ष में आठ वोट पड़े।
यह घटना तब हुई जब वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान कुछ विपक्षी सदस्यों ने सेवानिवृत्त न्यायाधीशों और वकीलों की भूमिका पर सवाल उठाए। बैठक की अध्यक्षता भाजपा सांसद जगदंबिका पाल कर रहे थे। इस चर्चा के दौरान कल्याण बनर्जी और भाजपा नेता अभिजीत गंगोपाध्याय के बीच जमकर तकरार हुई, जिसके बाद स्थिति और बिगड़ गई।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, चश्मदीदों ने बताया कि बनर्जी ने गुस्से में पानी की कांच की बोतल उठाई और उसे जोर से मेज पर मार दिया, जिसके कारण उनके अंगूठे और तर्जनी उंगली पर चोट लगी। इस घटना के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने उन्हें बैठक से बाहर निकालकर प्राथमिक चिकित्सा के लिए ले गए।
सोमवार को भी वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर आयोजित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में तीखी बहस देखने को मिली। विपक्षी सदस्यों ने विधेयक पर परामर्श प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए, जबकि भाजपा सांसदों ने विधेयक का बचाव किया। विपक्ष के कुछ सदस्यों ने सरकार पर आरोप लगाया कि यह विधेयक राजनीतिक कारणों से लाया जा रहा है और मुस्लिम समुदाय को लक्षित करने के उद्देश्य से बनाया गया है। इसके साथ ही विधेयक को लाने की ‘जल्दीबाजी’ पर भी सवाल खड़े किए गए।
उल्लेखनीय है कि इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार लाना है, जिसमें डिजिटलीकरण, सख्त ऑडिट, पारदर्शिता और अवैध रूप से कब्जा की गई संपत्तियों को पुनः प्राप्त करने के लिए कानूनी तंत्र को मजबूत करना शामिल है। वक्फ संयुक्त संसदीय समिति अब तक 15 बैठकें दिल्ली में कर चुकी है, जबकि अन्य 5 बैठकें देश के विभिन्न शहरों में आयोजित की गई हैं। इन बैठकों के माध्यम से सरकारी अधिकारियों, कानूनी विशेषज्ञों, वक्फ बोर्ड के सदस्यों और विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के समुदाय प्रतिनिधियों की राय ली जा रही है।