देश में करीब नौ माह से अधिक समय से किसान आंदोलन जारी है। हाल ही में मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत (Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat) में किसानों की उमड़े हुजूम ने 'बीजेपी थिंक टैंक' (BJP Think Tank) के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। इस किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat)में भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने मंच से ऐलान किया है कि किसान आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में सत्ताधारी बीजेपी को सभी राज्यों में हराने का काम करेंगे।
लखनऊ। देश में करीब नौ माह से अधिक समय से किसान आंदोलन जारी है। हाल ही में मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत (Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat) में किसानों की उमड़े हुजूम ने ‘बीजेपी थिंक टैंक’ (BJP Think Tank) के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। इस किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat)में भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने मंच से ऐलान किया है कि किसान आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में सत्ताधारी बीजेपी को सभी राज्यों में हराने का काम करेंगे।
‘यूपी मिशन 2022 ‘ (UP Mission 2022) में बीजेपी रणनीतिकारों ने जाट लैंड के वोटरों को साधने के लिए नई जुगत ढूढ़ ली है। इसके तहत यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) देश के एक मात्र इकलौते जाट राजा महेंद्र सिंह के नाम पर एक नई यूनिवर्सिटी बनाने का ऐलान कर डाला है। बता दें कि राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर एक यूनिवर्सिटी की मांग साल 2018 में उठी थी। इसके बाद योगी सरकार ने 2019 में राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर अलीगढ़ में एक नई यूनिवर्सिटी 14 सितंबर, 2019 को स्थापित करने का भरोसा दिलाया था। बता दें कि इस यूनिवर्सिटी को बनाने की घोषणा बीजेपी सरकार बनने के एक साल बाद ही कर दी गई थी, लेकिन अब चुनावी साल में यूनिवर्सिटी के निर्माण में तेजी लाने के आदेश साफ जाहिर होता है कि यह बीजेपी का चुनावी हथकंडा (BJP’s election gimmick) कहना ज्यादा उचित होगा।
उत्तर प्रदेश चुनावों से पहले बीजेपी का बड़ा दांव
हालांकि अब जाट लैंड (Jat Land) में किसान आंदोलन में बीजेपी के भारी विरोध की आशंका से पार्टी की खिसकती सियासी जमीन को साधने के लिए राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर अलीगढ़ में आगामी 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) रखने जा रहे हैं। कोल तहसील के लोढ़ा और मुसईपुर गांवों में यूनिवर्सिटी के लिए भूमि प्रस्तावित की गई थी। जिला प्रशासन ने 37 हेक्टेयर से अधिक सरकारी भूमि देने का निर्णय किया था। इसके अलावा अन्य 10 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की गई थी।
अटल बिहारी वाजपेयी को चुनावों में पटखनी दे चुके थे राजा महेंद्र प्रताप सिंह
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को जिस जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर यूनिवर्सिटी की नींव डालने जा रहे हैं। यह वही जाट राजा थे जिन्होंने 1957 के चुनावों में देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee) को हरा चुके के। बता दें कि मथुरा सीट से वाजपेयी जनसंघ के प्रत्याशी थे तो राजा महेंद्र निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे। इस चुनावों में जनसंघ को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी।