कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की वजह से बीते दो सालों से शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर चांदनी रात में ताजमहल (Taj Mahal) में चमकी देखना पर्यटकों (Tourists) के लिए ख्वाब बनकर ही रह गया था। यूपी में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के कम होते कहर को देखते हुए आगरा जिला प्रशासन ने मोहब्बत के प्रतीक ताजमहल (Taj Mahal) को रात में खोलने की परमिशन दे दी गई है। इस अनुमति के दो साल तक पर्यटकों (Tourists) के लिए बंद रहने के बाद ताजमहल इस महीने शरद पूर्णिमा फिर से खुलने के लिए तैयार है। यानी एक बार फिर से पर्यटक (Tourists) चांदनी रात में ताजमहल (Taj Mahal) की खूबसूरती का दीदार कर सकेंगे।
आगरा। कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की वजह से बीते दो सालों से शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर चांदनी रात में ताजमहल (Taj Mahal) में चमकी देखना पर्यटकों (Tourists) के लिए ख्वाब बनकर ही रह गया था। यूपी में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के कम होते कहर को देखते हुए आगरा जिला प्रशासन ने मोहब्बत के प्रतीक ताजमहल (Taj Mahal) को रात में खोलने की परमिशन दे दी गई है। इस अनुमति के दो साल तक पर्यटकों (Tourists) के लिए बंद रहने के बाद ताजमहल इस महीने शरद पूर्णिमा फिर से खुलने के लिए तैयार है। यानी एक बार फिर से पर्यटक (Tourists) चांदनी रात में ताजमहल (Taj Mahal) की खूबसूरती का दीदार कर सकेंगे।
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर (Agra Tourist Welfare) के सचिव विशाल शर्मा (Vishal Sharma) ने बताया कि कोविड प्रकोप के कारण पिछले साल शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर ताजमहल को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। जिससे पर्यटक ताजमहल की खूबसूरती का दीदार करने से वंचित रह गए थे। इतना ही नहीं, उन्होंने बताया कि ताजमहल (Taj Mahal) का आखिरी दीदार 2019 में शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर पर्यटकों के लिए खुला था। अब दो साल बीत जाने के बाद 20 अक्टूबर को पड़ने वाली शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर ताजमहल (Taj Mahal) पर्यटक के लिए फिर से खुलेगा। यानी पर्यटक चांदनी रात में ताजमहल की खूबसूरती का दीदार कर सकेंगे।
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर ताजमहल को देखने का महत्व बताते हुए विशाल शर्मा (Vishal Sharma) ने कहा कि शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) की रात को दूर-दूर से पर्यटक ताजमहल (Taj Mahal) की खूबसूरती देखने के लिए आगरा आते हैं। बताया कि ‘शरद पूर्णिमा पर जब चांद की किरणें ताजमहल पर पड़ती हैं तो ताज में कई पत्थर हीरे की तरह जगमगाते हैं, जिससे ऐसा लगता है कि ताजमहल (Taj Mahal) हीरे से जड़ा हुआ है। इसे ‘चमकी’ कहा जाता है। तो वहीं, पूर्णिमा (Purnima)पर चमकी देखकर पर्यटक भी ताजमहल (Taj Mahal) की अद्भुत सुंदरता को देखकर खुश होते हैं और इस पल को अपने कैमरे में कैद करना चाहते हैं।’
250 पर्यटकों को मिलेगी प्रवेश की अनुमति कोविड प्रोटोकॉल (Covid Protocol) के मुताबिक, शरद पूर्णिमा की रात भी अधिकतम 250 पर्यटकों को ताजमहल (Taj Mahal) में प्रवेश करने की अनुमति है, प्रत्येक को 50-50 की टीमों में रात 8:30 बजे से भेजा जाता है। शर्मा ने कहा, 50 लोगों की टीम केवल आधे घंटे के लिए अंदर रह सकती है और ताजमहल (Taj Mahal) को केवल मुख्य प्रवेश द्वार पर स्थित लाल बलुआ पत्थर (Red Sandstone) के मंच से ही देखा जा सकता है।”
पुरातत्व विभाग (Archeology Department) के सूत्रों के मुताबिक 17 अक्टूबर से आयोजन के लिए टिकटों की बुकिंग शुरू हो जाएगी। सूत्रों ने कहा कि रात के दीदार के लिए एक दिन पहले स्लॉट बुक करना पड़ता है और उसके लिए कोई ऑनलाइन आरक्षण प्रणाली नहीं है। पर्यटकों को ताज के रात के दृश्य के लिए एक दिन पहले आगरा आना होगा। ताज के रात्रि दीदार के लिए घरेलू पर्यटकों को 510 रुपये देने होंगे, जबकि विदेशी पर्यटकों को 750 रुपये देने होंगे। 3 साल तक के बच्चों के लिए कोई टिकट नहीं होगा।