सुलखान सिंह ने अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरुआत बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाए जाने की मांग से की है। पूर्व डीजीपी ने उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के 15 जिलों को मिलाकर बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग की है।
Breaking News: उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह (Former DGP Sulkhan Singh) ने राजनीति में एंट्री मार ली है। उन्होंने अपना अलग राजनीतिक दल बना लिया है। सुलखान सिंह ने बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी नाम से अपनी अलग पार्टी बनाई है। पार्टी ने बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग की है। सुलखान सिंह 2017 में उत्तर प्रदेश के डीजीपी थे।
बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग
सुलखान सिंह (Sulkhan Singh) ने अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरुआत बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाए जाने की मांग से की है। पूर्व डीजीपी ने उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के 15 जिलों को मिलाकर बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग की है।
इसमें उत्तर प्रदेश के सात जिलों झांसी, बांदा, हमीरपुर, चित्रकुट, ललितपुर, जालौन और महोबा को रखा गया है। जबकि एमपी के आठ जिलों दमोह, पन्ना, सागर, छतरपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, अशोकनगर को बुंदेलखंड में शामिल करने की मांग की गई है।
बुंदेलखंड में रोजगार के अवसर नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पूर्व डीजीपी बांदा पहुंचे। यहां उन्होंने बस स्टैंड के पास एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज भी बुंदेलखंड में रोजगार के अवसर नहीं है।
समय से सिंचाई न होने के कारण अन्नदाता की फसलें सूख रही हैं। मऊ और मरका पुल का निर्माण शुरु कराया गया, लेकिन सत्ता परिवर्तन होने के बाद यह महत्तपूर्ण प्रोजेक्ट भी ठंडे बस्ते में चला गया। पूर्व डीजीपी ने मीडिया से कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिए वह सक्रिय राजनीति में उतर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी बनाई है।