जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर हमला किया। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के युवा छठ के लिए घर लौटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जबकि गुजरात में बुलेट ट्रेन बनाई जा रही है। किशोर ने कहा कि बिहार जन सुराज की जन्मभूमि है, जहां पार्टी 3.5 साल पहले अस्तित्व में आई थी और हमने संकल्प लिया था कि हम बिहार के लोगों की राजनीतिक बंधुआ मजदूरी को समाप्त करेंगे।
पटना। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor, founder of Jan Suraj) ने शुक्रवार को बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर हमला किया। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के युवा छठ के लिए घर लौटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जबकि गुजरात में बुलेट ट्रेन बनाई जा रही है। किशोर ने कहा कि बिहार जन सुराज की जन्मभूमि है, जहां पार्टी 3.5 साल पहले अस्तित्व में आई थी और हमने संकल्प लिया था कि हम बिहार के लोगों की राजनीतिक बंधुआ मजदूरी को समाप्त करेंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि गुजरात में एक लाख करोड़ रुपए की बुलेट ट्रेन बनाई जा रही है, जबकि बिहार के युवा छठ के लिए घर आने के लिए ट्रेन में सीट पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह बात उन्होने तब कही जब वह जन सुराज के उम्मीदवार शशि शेखर सिन्हा द्वारा गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन वापस लेने के बाद हुआ है। सिन्हा के बाहर होने के बाद, पार्टी ने आगामी चुनावों के लिए श्रीवास्तव को अपना समर्थन दिया है। 2025 के बिहार चुनावों में एनडीए और महागठबंधन के बीच मुकाबला है। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन में कांग्रेस पार्टी, दीपांकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (सीपीआई-एमएल), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीएम) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं। बिहार में छह नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होंगे और वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी।