आयुर्वेद के अनुसार छाछ में सेहत राज छिपा है।आयुर्वेद में दूध को संपूर्ण आहार माना गया है। इसमें वे सभी जरूरी पोषक तत्व होते हैं जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है।
Buttermilk Benefits : आयुर्वेद के अनुसार छाछ में सेहत राज छिपा है।आयुर्वेद में दूध को संपूर्ण आहार माना गया है। इसमें वे सभी जरूरी पोषक तत्व होते हैं जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है। प्राचीन काल से ही छाछ को भोजन का प्रमुख हिस्सा बनाया गया है। ग्रामीण इलाकों में छाछ का सेवन परिवारों में प्रतिदिन होता है। दूध से दही और दही से छाछ बनता है। छाछ बनाने के लिए दही को मथना पड़ता है। छाछ यानि मठ्ठा दिन के किसी भी समय पिया जा सकता है। इसे भोजन के बाद पी सकते हैं। वहीं, शाम या रात के समय इसका सेवन करने से पहले मौसम और जगह का ध्यान देना जरूरी है। आइये जानते है छाछ के फायदे।
1.छाछ में दूध व दही की अपेक्षा फैट व कैलोरी, दोनों कम होते हैं।
2.इसका इस्तेमाल अक्सर गर्मियों में पीने के लिए किया जाता है, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है और यह शरीर में ठंडक पहुंचाता है।
3.खनिज और विटामिन से युक्त होने के कारण छाछ पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है।
4.बिना फैट वाली छाछ थकान और पेट को ठंडा करने का काम करती है।
5.छाछ बनाने के विधि में कुछ मसाले भी शामिल होते हैं, जैसे कि जीरा पाउडर, काली मिर्च, अदरक, हरी मिर्च, करी पत्ता और धनिया पत्ता। ये सभी सामग्रियां छाछ के जायके और चिकित्सीय गुण को बढ़ा देती हैं।