कास्टिंग डायरेक्टर अजित विश्वकर्मा (Ajit Vishwakarma) अपने आने वाली फिल्म "ये मर्द बेचारा" (ye mard bechaara) को लेकर काफी उत्साहित हैं, जो कि सिनेमा हॉल में 19 नवंबर को रिलीज हो रही है। अजित (Ajit Vishwakarma) ने इस फिल्म की पूरी कास्टिंग की है और उम्मीद करते है कि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल हो।
मुंबई। कास्टिंग डायरेक्टर अजित विश्वकर्मा (Ajit Vishwakarma) अपने आने वाली फिल्म “ये मर्द बेचारा” (ye mard bechaara) को लेकर काफी उत्साहित हैं, जो कि सिनेमा हॉल में 19 नवंबर को रिलीज हो रही है। अजित (Ajit Vishwakarma) ने इस फिल्म की पूरी कास्टिंग की है और उम्मीद करते है कि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल हो।
बचपन से ही बॉलीवुड में काफी हद तक रुचि रखने वाले अजित ने 21 साल का होते ही प्रयागराज से मुम्बई की तरफ रुख किया। अजित (Ajit Vishwakarma) बताते हैं कि, मुम्बई में सही मार्गदर्शक न होने के कारण कैसे और क्या करना है वो समझ पाना बहुत ही मुश्किल था। समय गुज़रता गया। मुम्बई की भीड़भाड़ में तो कहीं न कहीं जीवन यापन भी एक चुनौती बनती गयी।
एक दिन मेरी मुलाकात कास्टिंग डायरेक्टर दिनेश सोई से हुई। उन्होंने मुझपे भरोसा किया और अपने साथ “रश्मि शर्मा टेलीफिल्म्स” में बतौर एसोसिएट कास्टिंग डायरेक्टर काम करने का मौका दिया। कास्टिंग का काम बहुत ज़िम्मेदारी का होता है जिसमे बुद्धि और विवेक दोनों का होना बेहद ज़रूरी है और मुझे मिली इस पहचान से मेरा वो सपना सच हो पाया जो मैंने सोचा था।
अजित (Ajit Vishwakarma) ने बतौर एसोसिएट कास्टिंग डायरेक्टर से शुरुआत की। तब उन्हें कुछ धारावाहिक मिले। “पिया बसंती रे” सोनी पल और “तुम ऐसे ही रहना” सोनी एंटरटेनमेंट, कोड रेड(कलर्स) भंवर (सोनी एंटरटेनमेंट)। काफी समय तक टेलीविज़न में काम करने के बाद फिल्मों की तरफ रुख किया। हाल ही में रिलीज़ हुई फ़िल्म “कबाड़ दी कॉइन” मैक्स प्लेयर पर रिलीज़ हुई है और आने वाली फिल्म “ये मर्द बेचारा” 19 नवंबर को पी वी आर में रिलीज़ हो रही है।
“ये मर्द बेचारा” (ye mard bechaara) के अलावा “लेट्स फ्लाई विथ माय पेपर राकेट” दिसंबर तक ओटीटी पर देखने को मिलेगी। अजित फिल्म्स के साथ साथ म्यूजिक वीडियो और साउथ इंडस्ट्री में भी काफी एक्टिव रहते हैं। एक तेलुगु भाषा में आने वाली फिल्म “हाई फाइव” जल्दी ही देखने को मिलेगी।
अजित बताते हैं कि कास्टिंग डायरेक्शन आसान नहीं होता है। कहां की स्टोरी है और कैसे कलाकार चाहिए और नए कलाकार हैं तो उनको बेसिक एक्टिंग आनी चाहिए। मेरे पास अनुभव और संपर्क बहुत बड़े स्तर पर हो चुका है। कोई नया प्रोजेक्ट आते ही मेरे दिमाग में करेक्टर के अनुसार उन चेहरों में से वो चेहरे दिखने लगते हैं। बहुत ही बड़े पैमाने पर कास्टिंग डायरेक्टर्स की ज़रूरत होती है और आज के दौर में कास्टिंग डायरेक्टर ही एक मात्र माध्यम है जो कलाकार और डायरेक्टर से जोड़ता है।