केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार को जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल (Naresh Goyal) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई (CBI) ने गोयल के ऑफिस सहित कुल 7 ठिकानों पर छापेमारी की है। बता दें कि गोयल पर 538 करोड़ रुपए बैंक धोखाधड़ी के आरोप हैं।
नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार को जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल (Naresh Goyal) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई (CBI) ने गोयल के ऑफिस सहित कुल 7 ठिकानों पर छापेमारी की है। बता दें कि गोयल पर 538 करोड़ रुपए बैंक धोखाधड़ी के आरोप हैं।
सीबीआई ने बताया कि, दिल्ली (Delhi) और मुंबई (Mumbai) में जेट एयरवेज के परिसरों, एयरवेज के पूर्व अधिकारियों तथा नरेश गोयल के ठिकानों पर छापेमारी जारी है। बता दें कि बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मामले में केस दर्ज किया हुआ था।
‘नकदी संकट’ की वजह से बंद की सेवाएं
बैंक धोखाधड़ी केस में नरेश गोयल की पत्नी अनिता गोयल (Anita Goyal) सहित कई लोग आरोपी हैं। एक समय था जब जेट एयरवेज (Jet Airways) भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइंस के रूप में जानी जाती थी। लेकिन, एयरवेज ने अप्रैल 2019 में ‘नकदी संकट’ (Cash Crunch) का हवाला देते हुए अपने ऑपरेशन्स को सस्पेंड कर दिया। करीब दो साल बाद जून, 2021 में एयरवेज को जालान-कलरॉक (Jalan-Kalrock) के एक कंसोर्टियम ने अपने कब्जे में ले लिया था।
सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ भी हो सकती है कार्रवाई
CBI ने नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता के साथ पूर्व एयरलाइन निदेशक गौरांग आनंद शेट्टी (Gaurang Anand Shetty) के आवास और दफ्तरों पर छापे मारे। दरअसल, केनरा बैंक (Canara Bank) से जेट एयरवेज ने करीब 538 करोड़ का कर्ज लिया था। इस संबंध में कुछ सरकारी कर्मचारियों सहित अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।
धन की हेराफेरी से संबंधित हैं आरोप
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि, गोयल पर आरोप अन्य अनियमितताओं के बीच कथित रूप से धन की हेराफेरी (Money Laundering) से संबंधित हैं। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT ) में दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत जालान कालरॉक कंसोर्टियम द्वारा जेट एयरवेज के लिए बोली जीतने के बाद कंपनी पुनरुद्धार की प्रक्रिया में थी।