इंडियन नेशनल लोकदल (Indian National Lok Dal) के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी (State President Nafe Singh Rathi) हत्याकांड की जांच सीबीआई (CBI) करेगी। इस बात की जानकारी सोमवार को हरियाणा विधानसभा (Haryana Assembly) में गृह मंत्री अनिल विज (Home Minister Anil Vij) ने दी। कांग्रेस की ओर से सदन में हंगामा किए जाने के दौरान अनिल विज ने इस फैसले के बारे में बताया।
नई दिल्ली। इंडियन नेशनल लोकदल (Indian National Lok Dal) के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी (State President Nafe Singh Rathi) हत्याकांड की जांच सीबीआई (CBI) करेगी। इस बात की जानकारी सोमवार को हरियाणा विधानसभा (Haryana Assembly) में गृह मंत्री अनिल विज (Home Minister Anil Vij) ने दी। कांग्रेस की ओर से सदन में हंगामा किए जाने के दौरान अनिल विज ने इस फैसले के बारे में बताया। यही नहीं विधानसभा में स्पीकर ने कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव को भी स्वीकार कर लिया है। कांग्रेस ने कहा कि नफे सिंह राठी (Nafe Singh Rathi) की सरेआम हत्या ने भय पैदा कर दिया है। इस हत्याकांड से हरियाणा के लोग हैरान हैं।
कांग्रेस ने कहा कि नफे सिंह राठी (Nafe Singh Rathi) हत्याकांड की सीबीआई (CBI) जांच हाई कोर्ट के जज की निगरानी में होनी चाहिए। कांग्रेस ने कहा कि इस घटना से राज्य में हर कोई खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। विधानसभा में प्रश्नकाल खत्म होने के बाद ही कांग्रेस ने यह मुद्दा उठाया। पार्टी नेता रघुवीर सिंह कादियान ने स्पीकर से मांग की कि नफे सिंह राठी (Nafe Singh Rathi) के मर्डर पर चर्चा की जाए। इस पर स्पीकर ने स्थगन प्रस्ताव को मंजूर कर लिया। कादियान ने कहा कि राज्य में राठी की हत्या पहला राजनीतिक कत्ल है।
वहीं विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा (Opposition leader Bhupinder Singh Hooda) ने कहा कि इनेलो नेता की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में ऐसे हालात कैसे पैदा हो गए? यह राज्य के हित में होगा कि मामले को सीबीआई (CBI) के पास दिया जाए और हाई कोर्ट के जज की निगरानी में जांच हो।गृह मंत्री अनिल विज (Home Minister Anil Vij) ने कहा कि फिलहाल एसटीएफ (STF) इसकी जांच कर रही है। फिर भी हमने सीबीआई को यह मामला सौंपने का फैसला लिया है। गौरतलब है कि रविवार को झज्जर जिले में एक रेलवे क्रॉसिंग पर नफे सिंह राठी (Nafe Singh Rathi) की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को लेकर माना जा रहा है कि इसमें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Gangster Lawrence Bishnoi) का हाथ था।