जुलाई का महीना हिंदू पंचांग के अनुसार चौथा महीना है और इस माह का विशेष महत्व होता है। इसी महीने से चातुर्मास आरंभ हो रहा है। अर्थात देवशयनी एकादशी तिथि से कुल चार माह के लिए सभी देवतागण गहरी निद्रा में चले जाएंगे।
नई दिल्ली: जुलाई का महीना हिंदू पंचांग के अनुसार चौथा महीना है और इस माह का विशेष महत्व होता है। इसी महीने से चातुर्मास आरंभ हो रहा है। अर्थात देवशयनी एकादशी तिथि से कुल चार माह के लिए सभी देवतागण गहरी निद्रा में चले जाएंगे। आषाढ़ मास की पहली एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। जो कृष्ण पक्ष के दौरान 5 जुलाई 2021 सोमवार को पड़ने वाली है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से सभी पापों का नाश होता है।
प्रदोष व्रत
संतान व सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखा जाने वाला प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि रखा जाता है। साथ ही साथ स्वास्थ्य व दीर्घायु के लिए भी रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव की उपासना की जाती है। इस बार 07 जुलाई 2021, बुधवार को प्रदोष व्रत पड़ रहा है।
मासिक शिवरात्रि
हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाने की परंपरा होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार 08 जुलाई 2021 को मासिक शिवरात्रि व्रत पड़ रहा है।
बकरीद
इस दिन हिंदू धर्म का मुख्य मासिक त्यौहार प्रदोष व्रत पड़ रहा है। साथ ही साथ मुसलमानों का सबसे प्रमुख त्यौहार बकरीद भी पड़ रहा है। जो मीठी ईद के 2 महीने बाद मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार इसे ईद उल अजहा के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व कुर्बानी और सलामी देने का होता है। इस बार बकरीद 21 जुलाई को मनाई जानी है। हालांकि, यह चांद पर के दीदार पर निर्भर करता है।
गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है. दरअसल, महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास का जन्म भी इसी दिन हुआ था. ऐसे में इस दिवस को उनके सम्मान में गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा के तौर पर मनाया जाता है. इस बार यह पर्व 30 जुलाई को मनाया जा रहा है.