कई बार लोग कम बजट में पुरानी कारों (Second Hand Car) को खरीदना बेहतर समझते हैं, और उन्हें सस्ते में ही अच्छी कारें मिल भी जाती है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि पुरानी कार खरीदते समय कुछ बातों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिसके बाद उन्हें ठगे जाने का पछतावा होता है।
Second Hand Car : कई बार लोग कम बजट में पुरानी कारों (Second Hand Car) को खरीदना बेहतर समझते हैं, और उन्हें सस्ते में ही अच्छी कारें मिल भी जाती है। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि पुरानी कार खरीदते समय कुछ बातों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिसके बाद उन्हें ठगे जाने का पछतावा होता है। इसलिए कार खरीदते समय आप तीन चीजों को जरूर चेक कर लें। जिनके बारे में हम आपको बताने वाले हैं।
पुरानी कार खरीदते समय ध्यान रखें ये तीन बातें
1- किसी भी कार ले लिए इंजन (Engine) सबसे अहम पार्ट होता है, ऐसे में पुरानी कार लेते वक्त आपको इंजन के बगल में दिए गए डिपस्टिक (Dipstick) को उठाकर चेक करना होगा। सबसे पहले इंजन को स्टार्ट कर गियर को न्यूट्रल में रखें और इंजन को 2 मिनट तक रेस दें। इसके बाद डिपस्टिक को उठाकर देखें कि कहीं इंजन ऑयल (Engine Oil) की छीटें तो नहीं निकल रही हैं। अगर पाइप से तेल की छीटें या धुआं निकले तो समझ जाएं कि कार के इंजन की हालत खराब है। कार को खरीदना आपके लिए घाटे का सौदा होगा।
2- पुरानी कार (Second Hand Car) खरीदते समय उसका स्टीयरिंग (Steering) जरूर चेक कर लें, इसके लिए आपको स्टीयरिंग को पूरी तरह दाएं और बाएं घुमाकर टेस्ट करना होगा। अगर ऐसा करते समय स्टीयरिंग से किसी तरह की आवाज आ रही है और स्टीयरिंग पूरी तरह नहीं घूम रहा है तो समझ जाएं कि कार की स्टीयरिंग में कोई समस्या है, तो ऐसी कार को खरीदना पैसों की बर्बादी है।
3- अगर पुरानी कार में एक्सेल माउंट के रबर (Axle Mount Rubber) कट गया है इसका मतलब एक्सेल माउंट में कोई समस्या है या फिर उसे रिपेयर किया गया है। इस दौरान ये देखें कि कहीं शॉकर से ऑयल तो लीक नहीं हो रहा है। अगर ऑयल लीक हो रहा है तो समझ जाइए कि शॉकर में कोई समस्या है। ऐसे में आप उस कार के मालिक से डिस्काउंट की मांगिए क्योंकि उसे बदलवाने का खर्च भी आपको अपनी जेब से ही भरना पड़ेगा। या फिर ऐसी कार को खरीदने से बचें।