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बीजेपी समर्थित मेयर राखी गुप्ता को चुनाव आयोग ने किया बर्खास्त, चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देने पर हुआ एक्शन

बिहार के छपरा नगर निगम (Chhapra Municipal Corporation) की मेयर राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) को पदमुक्त कर दिया गया है। निर्वाचन आयोग (Election Commission) को बच्चों के बावत गलत जानकरी (Giving Wrong Information) देने की बात साबित होने के बाद उन्हें मेयर पद से बर्खास्त कर दिया गया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

छपरा। बिहार के छपरा नगर निगम (Chhapra Municipal Corporation) की मेयर राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) को पदमुक्त कर दिया गया है। निर्वाचन आयोग (Election Commission) को बच्चों के बावत गलत जानकरी (Giving Wrong Information) देने की बात साबित होने के बाद उन्हें मेयर पद से बर्खास्त कर दिया गया है। गुरुवार को राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) ने राखी गुप्ता (Rakhi Gupta)  के तीन बच्चे होने की बात साबित होन के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया है।

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साथ ही चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देने के लिए राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) के खिलाफ नगरपालिका एक्ट 2007 के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया है। राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) ने पिछले साल दिसंबर में हुए नगर निगम चुनाव (Municipal Corporation Election ) में मेयर का चुनाव जीता था।

रजिस्ट्री कागजात में तीन बच्चे का जिक्र

राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) के तीन बच्चे हैं। एक बच्चे को उन्होंने जन्म के बाद लिखित तौर अपने एक निःसंतान रिश्तेदार को दिया था, लेकिन चुनाव आयोग के नियम हैं बच्चों को गोद देने के बाद भी वह उस बच्चे के जैविक मां-बाप माने जाएंगे। छपरा मेयर के तीन बच्चों के बारे में जानकारी, रजिस्ट्री ऑफिस से मिले कागजात से साबित हुआ है। कागजात में राखी गु्प्ता के तीन संतान दो बेटी श्रीयांशी प्रकाश, शिवंशी प्रकाश और एक बेटा श्रीश प्रकाश के बारे में जानकारी सामने आई है।

क्या है बच्चों को लेकर नियम?

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बिहार में निकाय चुनाव (Municipal Election )के लिए नगरपालिका एक्ट 2007 में तीन बच्चों वाले मां-बाप चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं। अधिनियम 2007 की धारा 18 (1) (ड) के अनुसार वो मां-बाप जिनके 4 अप्रैल 2008 के बाद तीसरे बच्चे हैं वो चुनाव के लिए अयोग्य हैं। इसके साथ ही 2022 में भी उम्मीदवारों के लिए नए नियम जारी किए गए थे। इसके मुताबिक वो मां बाप जिन्होंने अपनी तीसरी संतान को कानूनी रूप से भी किसी को गोद दिया है वह भी चुनाव के लिए अयोग्य हैं क्योंकि वह बच्चे के जैविक मां बाप हैं। पहली संतान के बाद अगर किसी को जुड़वा संतान होता है तो वैसे मां-बाप चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य नहीं होंगे।

लखनऊ यूनिवर्सिटी से एमबीए

बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के पहली बार में चुनाव लड़कर मेयर बनने वाली राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) मॉडल भी रह चुकी हैं। 2021 में i-glam मिसेज बिहार 2021 में वह दूसरे स्थान पर रहीं थी। राखी ने लखनऊ यूनिवर्सिटी (Lucknow University) से एमबीए भी किया है। राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) के परिवार में दूर-दूर तक कोई राजनीत में नहीं था। कोरोना काल के दौरान स्वर्ण व्यवसायी पति वरुण प्रकाश ने लोगों की बढ़-चढ़ कर मदद की थी इसके बाद से वह राजनीति में सक्रिय हुए थे।

पहली बार में ही धमाकेदार जीत

राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) के पति बीजेपी में व्यवसायिक प्रकोष्ठ के संयोजक हैं। राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) का मायका पटना के प्रसिद्ध अलंकार परिवार में है। मेयर बनने से पहले राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) अपने पति के स्वर्ण व्यवसाय में हाथ बंटाती थी। छपरा मेयर चुनाव में बीजेपी समर्थित राखी गुप्ता (Rakhi Gupta) ने राजनीति में धमाकेदार एंट्री की और 17389 वोटों से चुनाव जीता था। मेयर चुनाव में इतने बड़े वोटों के अंतर से जीत को बड़ी जीत माना जाता है । उन्होंने रफी इकबाल को शिकस्त दी थी। लेकिन अब गलत जानकारी देने की वजह से उन्हें पद से हटा दिया गया है।

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