छठ पूजा भारत के बिहार और झारखंड राज्य के साथ साथ उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में प्रमुखता से मनाई जाती है। छठ पूजा का पर्व पर्व ही नहीं महापर्व है। इस पूजा में एक विशेष प्रसाद चढ़ता है जिसे भोजपुरी के भाषा में ठेकुआ कहा जाता है। इसे पूजा के दौरान चढ़ाये जाने का विशेष प्रावधान है। आमतौर पर ठेकुआ छठ के दूसरे दिन यानी खर्ना या फिर अगली सुबह या अर्घ्य देने की शाम को बनाया जाता है।
Chhath Puja Special 2021: छठ पूजा भारत के बिहार और झारखंड राज्य के साथ साथ उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में प्रमुखता से मनाई जाती है। छठ पूजा का पर्व पर्व ही नहीं महापर्व है। इस पूजा में एक विशेष प्रसाद चढ़ता है जिसे भोजपुरी के भाषा में ठेकुआ(Thekuaa) कहा जाता है। इसे पूजा के दौरान चढ़ाये जाने का विशेष प्रावधान है। आमतौर पर ठेकुआ छठ के दूसरे दिन यानी खर्ना या फिर अगली सुबह या अर्घ्य देने की शाम को बनाया जाता है।
ठेकुआ खजुरिया या ठिकारी नाम से भी जाना जाता है।ठेकुआ और खजुरिया में थोड़ा अंतर होता है। खजुरिया खाने में थोड़ा ज्यादा ठोस होता है जबकि ठेकुआ खाने में नरम होता है। यह व्यंजन ज्यादा दिनों तक चलता है। भूने हुए गेंहू के आटे से बने ठेकुआ को स्टोर कर आप कई दिनों तक आराम से खा सकते हैं। छठ पर्व(Chhath Mhaprav) के लिए ख़ासतौर पर इस बनाने के लिए मिट्टी के चूल्हे का प्रयोग किया जाता है। आम की लकड़ियों से ही आंच देकर इसे बनाया जाता है।
इसे बनाते समय महिलाएं अपने लोकगीत को गाना नहीं भूलती हैं। मान्यता है कि ठेकुआ माना जाता है कि लोग ठेकुआ को अपने स्थानीय उपलब्ध चीज़ों के इस्तेमाल से बनाया करते थे। उत्तर प्रदेश और बिहार में गेंहू, गन्ना प्रमुख फसलों में शामिल हैं। ऐसे में इसे बनाने के लिए गेंहू, गुड़, घी, नारियल का इस्तेमाल होता है। माना जाता है कि ठेकुआ भगवान सूर्य(Sun) को बहुत पसंद है। यही वजह है कि सूर्य को अर्घ्य देते समय ठेकुआ को भी शामिल किया जाता है। छठ का प्रसाद ठेकुआ के बिना अधूरा है।
इसे बनाने की विधि:-
सामग्री — गेहूं का आटा,घी (मोयन के लिए),सूखे नारियल का बूरा,गुड़,इलायची पावडर,तेल,मेवे
इसे बनाने के लिए पहले पानी उबाले और उसमें गुड़ डाल दें। उसे पिघलने तक छलनी से चलाते रहें। जब गुड़ वाला पानी ठंडा हो जाए, तो थाली में आटा में नारियल का बूरा, पिसी से इलायची और मेवे की बारीक कतरन डाल दें और मिक्स कर लें। इस के बाद इस आटे को गुड़ वाले पानी से गूंथ लें, आटा तैयार होने पर इसकी लोइयां बनाकर रखें। इस दौरान आप बाज़ार में मिलने वाले सांचे की मदद भी ले सकती हैं। इसके बाद गरमा-गरम तेल में छान लीजिए। बस तलने के बाद आपके ठेकुए तैयार हैं।