गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के कैम्पियरगंज में विभिन्न सरकारी योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. जेपी इंटर कालेज में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने दिल्ली में चल रहे किसाना आंदोलन के बीच उनका ध्यान साल 2004 से 2014 के बीच देश में आत्महत्या करने वाले लाखों किसानों की ओर खींचा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में साल 2014 में बनी सरकार की तारीफ की. इसके साथ ही पूर्ववर्ती सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि साल 2004 से 2014 के बीच लाखों किसानों ने आत्महत्या इसलिए की थी, क्योंकि उनका पुरसाहाल लेने वाला कोई नहीं था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2004 से 2014 के बीच लाखों किसानों ने आत्महत्या इसलिए की थी, क्योंकि उनका पुरसाहाल लेने वाला कोई नहीं था. उन्हें न तो एमएसपी मिलता था. न ही उनके लिए प्रक्यूरमेंट की कोई नीति थी. न उन्हें समय से बीज मिलता था, न ही खाद मिलती थी. प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए किसी भी तरह की राहत भी नहीं थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आने के बाद प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना दी. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के साथ तकनीकी के साथ कृषि सिंचाई को जोड़ने का काम किया.
हर किसान को किसान सम्मान निधि के साथ जोड़ने का काम कर सम्मान दिया. लिपिकीय त्रुटि के कारण कोई वंचित हो गया है, तो उसे सुधारने का काम भी किया जा रहा है. जिससे हर किसान के खाते में सालाना 6000 रुपए पहुंच सके. ये सकारात्मक सोच का परिणाम है. किसान की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जा रहा है. गन्ना किसानों का 1 लाख 12 हजार करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है. उन्होंने कहा कि जो चीनी मिलें बंद थीं, उन्हें चलाने की व्यवस्था की जा रही है. नौजवानों की नौकरी की व्यवस्था भी की जा रही है.
पौने चार साल में हमने पौने चार लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी है. निजी क्षेत्र मे 15 लाख नौजवानों को नौकरी दिलाई है. डेढ़ करोड़ नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराने का काम भी प्रदेश की सरकार ने किया है. ये कार्य इसलिए जिससे हर एक के जीवन में खुशहाली लाई जा सके. बगैर भेदभाव के हर योजनाओं को लाभ हर तबके के लोगों को देने का कार्य कर रहे हैं. कुछ लोगों को ये कार्य अच्छा नहीं लगता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में देश का सर्वोच्च सम्मान उत्तर प्रदेश को दिया है. सपा के सरकार में उत्तर प्रदेश का स्थान 26वां था. तीन वर्ष में पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश को पहुंचाए हैं.
17 लाख 58 हजार गरीबों को शहरी क्षेत्र में मकान प्रदेश के अंदर दिया है. ग्रामीण क्षेत्र में 14 लाख गरीबों को मकान देने का काम भाजपा ने दिया है. आज कोरोना काल खंड में गरीबों की सेवा कैसे होती है ये आपने देखा होगा. हर गरीब को राशन पहुंचाना. उत्तर प्रदेश का कोई भी व्यक्ति देश में कहीं भी है, उसे उसके घर तक सुरक्षित पहुंचाना. नौजवानों को सुरक्षित उसके घर तक पहुंचाना. गरीब, नौजवाना और किसान सरकार के एजेंडे में है. पहले ये सरकार के एजेंडे में नहीं हुआ करते थे. विकास की इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए हम आज यहां पर आए हैं. तहसील के सामने पोखरा का सुंदरीकरण करेंगे.
इसके पहले भी शिव मंदिरों के समक्ष तालाब का सुंदरीकरण किए हैं. गांव में सड़क, स्कूल, चिकित्सालय, अधिवक्ता भवन, मंदिरों के सुंदरीकरण, सड़कों का चौड़ीकरण, डिग्री कालेज ये सभी विकास की प्रक्रिया का हिस्सा है. योजना का लाभ गरीब को बगैर किसी भेदभाव के मिलना. किसी को योजना का लाभ नहीं मिला है, तो उसका इंतजार भी करना चाहिए. ऐसा नहीं है कि विकास की योजनाएं बीच में ही रुक जाएंगी. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को देखा होगा.
जो वृद्ध और महिलाएं निराश्रित हैं और दिव्यांगजनों को पेंशन की सुविध से आच्छादित किया जाए. उन्हें उपकरण भी आज दिया गया. ये इसलिए कि कहीं किसी को कोई पीड़ा और दुःख न हो. उसे उम्मीद बंधे कि जिसे योजनाओं का लाभ नहीं मिला है, वे भी इंतजार करें. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास की इस प्रक्रिया में सकारात्मक रूप से आप काम करेंगे. यहां कि नौजवानों, किसानों और महिलाओं के साथ अन्य सभी लोगों के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करेगा. ये वर्ष नव वर्ष आपके लिए मंगलमय हो. आपके पारिवारिक और सामाजिक जीवन में खुशहाली आए इस विश्वास के साथ अपनी वाणी को विराम देता हूं.