अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दावा क्या है कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। इस पर कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होने कहा कि ट्रंप हमारा बाप नहीं है, जिसके कहने पर हम रूस के साथ अपनी दोस्ती तोड़ दे। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने केंद्र सरकार की आलोचना की और पूछा कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत के संरक्षक हैं। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए मसूद ने ज़ोर देकर कहा कि केंद्र को स्पष्ट रूप से कहना चाहिए कि देश रूस के साथ खड़ा है क्योंकि वह भारत का पुराना दोस्त है।
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) दावा क्या है कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। इस पर कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होने कहा कि ट्रंप हमारा बाप नहीं है, जिसके कहने पर हम रूस के साथ अपनी दोस्ती तोड़ दे। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने केंद्र सरकार की आलोचना की और पूछा कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत के संरक्षक हैं। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए मसूद ने ज़ोर देकर कहा कि केंद्र को स्पष्ट रूप से कहना चाहिए कि देश रूस के साथ खड़ा है क्योंकि वह भारत का पुराना दोस्त है।
सांसद इमरान मसूद (Congress MP Imran Masood) ने कहा कि ट्रंप हमारा बाप नहीं है। वह हमें गुलामी की उन्हीं बेड़ियों में जकड़ने की कोशिश न करे। कांग्रेस सांसद ने कहा कि ट्रंप भारत को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते, क्योंकि वैश्विक संदर्भ में यह एक महत्वपूर्ण बाज़ार है। चीन के साथ तनाव के बावजूद अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दिए जा रहे समर्थन का ज़िक्र करते हुए मसूद ने कहा कि कोई भी भारत के पक्ष में नहीं है। मसूद ने कहा कि रूस हमारा पुराना दोस्त है। सरकार को दृढ़ता से कहना चाहिए कि वह रूस के साथ खड़ी है। क्या हम रोटी तभी खाएंगे जब ट्रंप हमें देंगे। हम एक महत्वपूर्ण बाजार हैं इसलिए ट्रंप हमें नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। ट्रंप सिर्फ़ अपने हितों के बारे में सोचते हैं। चीन के साथ टकराव के बावजूद, अमेरिका पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है। अगर आप घटनाक्रम को समझेंगे, तो आपको समझ आएगा कि दुनिया में क्या चल रहा है। हम कहा खड़े हैं। कोई हमारा नहीं है और हम किसी के नहीं हैं। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद जयराम रमेश ने आज केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा लिए गए फैसलों की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति करते हैं।