देश में कोरोना (corona) का कहर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। कोरोना संक्रमण (corona infection) के आंकड़ों में तेजी से वृद्धि होने लगी है। कोरोना संक्रमण (corona infection) के बढ़ते आंकड़ों ने चिंता बढ़ा दी है। इस समय कोरोना (corona infection) से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में केरल (Kerala) है। यहां पर सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले पाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली। देश में कोरोना (corona) का कहर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। कोरोना संक्रमण (corona infection) के आंकड़ों में तेजी से वृद्धि होने लगी है। कोरोना संक्रमण (corona infection) के बढ़ते आंकड़ों ने चिंता बढ़ा दी है। इस समय कोरोना (corona infection) से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में केरल (Kerala) है। यहां पर सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले पाए जा रहे हैं।
यहां पर रोजाना 30 हजार केस पाए जा रहे हैं और डेल्टा प्लस वैरिएंट का खतरा यहां पर सबसे ज्यादा दिख रहा है। अब यहां पर इस वैरिएंट की चपेट में बच्चे भी आने शुरू हो गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) के मुताबिक, पिछले पांच महीनों में केरल में करीब 300 से अधिक बच्चे मल्टी-सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम-इन चिल्ड्रन (MIS-C) यानी एक प्रकार का पोस्ट-कोविड कॉम्पलीकेशन) से संक्रमित हुए, इनमें चार बच्चों की मौत भी हो गई। यह संक्रमण राज्य के लिए एक नई चिंता के रूप में उभरा है।
सीएम पिनाराई (CM Pinarayi) ने कहा कि बच्चों में(एमआईएस-सी) के लक्षण दिखने पर तत्काल अस्पताल जाने या चिकित्सा सहायता लेने की अपील की है। उन्होंने कहा इस बीमारी का इलाज संभव है, लेकिन अगर इसे अनदेखा किया गया, तो यह मुश्किल हो जाएगा। बता दें कि, बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है। यहां 24 घंटे में कोरोना के 31,265 मामले सामने आए हैं।