कोरोना संकट के चलते आईपीएल 2021 को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। वहीं, आईपीएल के स्थगित होने के बाद कई कयास लगाए जा रहे हैं। दरअसल, देश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में यदि आईपीएल रद्द होता हो गई तो प्रसार और प्रायोजक राशि को मिलाकर बीसीसीआई को 2000 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है।
नई दिल्ली। कोरोना संकट के चलते आईपीएल 2021 को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। वहीं, आईपीएल के स्थगित होने के बाद कई कयास लगाए जा रहे हैं। दरअसल, देश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में यदि आईपीएल रद्द होता हो गई तो प्रसार और प्रायोजक राशि को मिलाकर बीसीसीआई को 2000 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें 2000 से 2500 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। इनमें सबसे बड़ा नुकसान प्रसारणकर्ता स्टार स्पोर्ट्स से प्रसारण अधिकार की राशि का है। स्टार स्पोर्ट्स का बोर्ड से पांच साल का 16,347 करोड़ रुपये का करार है जिसके तहत वार्षिक 3269.4 करोड़ रुपये बैठती है।
वहीं, यदि सीजन में 60 मैच होते हैं तो प्रति मैच मूल्यांकन करीब 54.5 करोड़ रुपये बैठता है। यदि स्टार स्पोर्ट्स प्रति मैच के हिसाब से 29 मैचों का देता है तो यह रकम लगभग 1580 करोड़ रुपये बैठती है जोकि पूरा टूर्नामेंट होने पर 3270 करोड़ रुपये बैठेगी। तो इस लिहाज से 1690 करोड़ का नुकसान होगा।
इसी तरह टाइटल प्रायोजक वीवो प्रति सीजन 440 करोड़ रुपये देती है तो आधे टूर्नामेंट पर उसकी रकम भी आधी हो सकती है। इसके अलावा अनएकेडमी, ड्रीम 11, सीरेड, अपस्टोक्स और टाटा मोटर्स हरेक लगभग 120 करोड़ रुपये देती है।
कई और प्रायोजक भी जुड़े हैं। गौरतलब है कि, देश में कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच आईपीएल 2021 को स्थगित कर दिया गया था। बीसीसीआई ने ये फैसला मंगलवार को लिया था। दरअसल, खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर बीसीसीआई ने ये कदम उठाया है।