साइबर हमले (Cyber Attack) में महिला एवं बाल कल्याण विभाग (Women and Child Welfare Department) के पोर्टल से बरेली जिले (Bareilly District) की 10 हजार (10 Thousand) विधवाओं का डाटा डिलीट हो गया है। इस वजह से उनको पेंशन नहीं मिल पा रही है। वे विभाग के चक्कर काट रही हैं।
बरेली। साइबर हमले (Cyber Attack) में महिला एवं बाल कल्याण विभाग (Women and Child Welfare Department) के पोर्टल से बरेली जिले (Bareilly District) की 10 हजार (10 Thousand) विधवाओं का डाटा डिलीट (Data of Widows Deleted) हो गया है। इस वजह से उनको पेंशन नहीं मिल पा रही है। वे विभाग के चक्कर काट रही हैं। अब पेंशन के लिए उनको नए सिरे से आवेदन करना होगा।
महिला एवं बाल कल्याण विभाग (Women and Child Welfare Department) से मिली जानकारी के मुताबिक करीब ढाई माह पहले हुए साइबर हमले में प्रदेशभर की करीब तीन लाख लाभार्थियों का डाटा पोर्टल से डिलीट कर दिया गया था। इसमें बरेली की भी 10 हजार लाभार्थी शामिल हैं। जब पेंशन की किस्त उनके खातों में नहीं पहुंची तो महिलाएं विभाग के चक्कर काटने लगीं। मुख्यालय तक बात पहुंची तो इसकी जानकारी हुई।
जिला प्रोबेशन अधिकारी मोनिका राणा (District Probation Officer Monika Rana) के मुताबिक मुख्यालय से खाता रिकवर कराने की पहल की गई, पर ऐसा नहीं हो सका। लाभार्थियों से दोबारा ऑनलाइन आवेदन कराया जा रहा है।
घर खर्च का जरिया थी पेंशन, अब हो रही दिक्कत
पुराना शहर निवासी लाभार्थी साधना अग्रवाल के मुताबिक पेंशन से घर खर्च चलता था। जुलाई के बाद जब खाते में पेंशन नहीं पहुंची तो उन्होंने विभाग से संपर्क किया। तब डाटा डिलीट (Data Deleted)होने का पता चला। दोबारा पंजीकरण कराने के साथ ही आधार कार्ड से लिंक बैंक खाता देना होगा। इसके तीन माह बाद खाते में पेंशन आएगी।
बीते दिनों कलक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन भी कर चुकी हैं महिलाएं
विधवा पेंशन न मिलने पर जगतपुर की विमला देवी, प्रियंका सक्सेना, शीला देवी, शांति, विद्या समेत दो दर्जन लाभार्थियों ने पूर्व में कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन भी किया था। उन्होंने विभाग के कर्मचारियों द्वारा सही जानकारी नहीं देने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की थी। जांच में पता चला कि इनमें से कई के खाते डिलीट हुए हैं तो कई के बैंक खाते आधार से लिंक नहीं हैं।