अपने इंटरनेशनल करियर के शुरुआती दिनों में भारत के महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी गेंदबाजों के साथ एक या दो रन से नहीं बल्कि सीधे चौकों और छक्कों से डील किया करते थे। हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जब धोनी ने पाकिस्तान के स्पिन गेंदबाज दानिश कानेरिया को सबक सिखाया था।
नई दिल्ली। अपने इंटरनेशनल करियर के शुरुआती दिनों में भारत के महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी गेंदबाजों के साथ एक या दो रन से नहीं बल्कि सीधे चौकों और छक्कों से डील किया करते थे। हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जब धोनी ने पाकिस्तान के स्पिन गेंदबाज दानिश कानेरिया को सबक सिखाया था। पाकिस्तान माही की फेवरेट टीमों में से एक थी और साल 2005 से लेकर 2008 के बीच में धोनी ने इस टीम के खिलाफ जमकर रन बटोरे थे।
कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला था भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2006 में खेले गए एक टेस्ट मैच में। जहां दानिश कनेरिया की हरकत का जवाब धोनी ने अगले दो गेंदों पर लंबे-लंबे सिक्स लगाकर दिया था। इस मैच में विकेट की तलाश में भटक रहे दानिश कनेरिया की एक गेंद को धोनी ने आगे बढ़कर डिफेंस किया, जिसके बाद दानिश ने अपने गुस्से का इजहार करते हुए गेंद को उठाकर बहुत तेजी से धोनी की तरफ फेंका।
बॉल माही के सिर के एकदम पास से निकलते हुए विकेटकीपर की दस्तानों में पहुंची। इसके बाद धोनी ने कनेरिया की अगली दो गेंदों पर दो गंगनचुंबी छक्के जड़कर उनकी इस हरकत का जवाब दिया था। माही ने एक बॉल को स्टेडियम से पार पहुंचा दिया था। सिर्फ यही नहीं धोनी ने अपनी इस पारी में दानिश और अन्य पाकिस्तान गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी और अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ा था। माही ने टी-20 अंदाज में बैटिंग करते हुए सिर्फ 153 गेंदों में 148 रन कूटे थे। इस दौरान उन्होंने 19 चौके और 4 छक्के जड़े थे। हालांकि, यह मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ था।