दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Delhi Lieutenant Governor Anil Baijal) ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा (Resign)दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति भवन (President's House) को भेज दिया है। अनिल बैजल ने करीब पांच साल 4 महीने से अधिक समय का कार्यकाल पूरा करने के बाद इस्तीफा दिया है। खास बात यह है कि उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से त्यागपत्र (Resign) दिया है। वहीं, उनके इस्तीफे से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Delhi Lieutenant Governor Anil Baijal) ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा (Resign)दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति भवन (President’s House) को भेज दिया है। अनिल बैजल ने करीब पांच साल 4 महीने से अधिक समय का कार्यकाल पूरा करने के बाद इस्तीफा दिया है। खास बात यह है कि उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से त्यागपत्र (Resign) दिया है। वहीं, उनके इस्तीफे से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
हालांकि, दिल्ली के उपराज्यपाल (Delhi Lieutenant Governor) का कार्यकाल निश्चित नहीं होता है। बता दें कि कई मामलों को लेकर आए दिन दिल्ली की केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) और उपराज्यपाल अनिल बैजल (Anil Baijal) के बीच टकराव की बातें सामने आती रही हैं।
बैजल ने एक साल पहले दिल्ली सरकार की 1000 बसों की खरीद प्रक्रिया की जांच को लेकर तीन सदस्यों की एक कमेटी बना दी थी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार इस मामले में सीबीआई जांच की अपील कर रही थी। उपराज्यपाल ने जो पैनल बनाया था, उसमें एक रिटायर्ड IAS ऑफिसर, विजिलेंस विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शामिल थे। इस मसले पर भी केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) से उनकी काफी खटपट हुई थी।