धनतेरस से भाईदूज तक आने वाले पंच दिवसीय दीपोत्सव की शुभारंभ 2 नवंबर से हो जाएगा। सुख, समृद्धि देने की सौगात देने वाला धनतेरस का ये पर्व इस साल महासंयोग में मनाया जाएगा।
Dhanteras 2021: धनतेरस से भाईदूज तक आने वाले पंच दिवसीय दीपोत्सव की शुभारंभ 2 नवंबर से हो जाएगा। सुख, समृद्धि देने की सौगात देने वाला धनतेरस का ये पर्व इस साल महासंयोग में मनाया जाएगा।
प्रदोष काल: शाम 5:37 से रात 8: 11 बजे तक
वृष काल : शाम 6.18 से रात 8.14 तक
धनतेरस पर पूजन शुभ मुहूर्त: शाम 6.18 बजे से रात 8.11 बजे तक
धार्मिक मान्यता के अनुसार, धनतेरस से दीपावली के तीन दिनों में लोग सुख-समृद्धि की कामना से मां लक्ष्मी और कुबेर की पूजा करके आभूषणों, भूमि, संपत्ति, वाहन और अन्य भौतिक वस्तुओं की खरीदी करते हैं। खरीदारी में दीपावली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र का भी विशेष महत्व होता है। इस बार गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग दीपावली से छह दिन पहले बन रहा है।
शुक्र पुष्य का शुभ संयोग
इस बार पुष्य नक्षत्र गुरुवार 28 अक्टूबर को प्रात: 9.42 से प्रारंभ होकर 29 अक्टूबर 2021 को प्रात: 11.39 बजे तक रहेगा। इस प्रकार दो दिन गुरु पुष्य और शुक्र पुष्य का शुभ संयोग 25 घंटे 57 मिनट तक बन रहा है।
खरीददारी शुभ और स्थायी रहेगी
पुष्य नक्षत्र में खरीदारी करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है क्योंकिइस नक्षत्र में खरीदी गई वस्तुएं स्थायी रहती हैं। उनका कभी क्षय नहीं होता। पुष्य नक्षत्र के साथ इन दिनों में रवियोग और सर्वार्थसिद्धि योग भी रहेगा।इसलिए इस समयावधि में खरीददारी शुभ और स्थायी रहेगी।