ग्रहों की बदलती चाल में सूर्य के एक राशि को छोड़कर दूसरी राशि में प्रवेश करने को संक्रांति कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों में संक्रांति को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
Dhanu Sankranti 2023 : ग्रहों की बदलती चाल में सूर्य के एक राशि को छोड़कर दूसरी राशि में प्रवेश करने को संक्रांति कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों में संक्रांति को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। हर साल पौष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं, जिसे धनु संक्रांति कहा जाता है। सभी संक्रांति में धनु संक्रांति का विशेष महत्व होता है। धनु संक्रांति में सूर्यदेव, भगवान विष्णु की पूजा के साथ दान-पुण्य करना बेहद लाभकारी माना गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल 16 दिसंबर 2023 को धनु संक्रांति है। संक्रांति के दिन पितृ तर्पण, दान, धर्म और स्नान आदि का बहुत महत्व माना जाता है।
धनु संक्रांति में सूर्य देव, भगवान विष्णु की पूजा के साथ दान-पुण्य करना बेहद लाभकारी माना गया है। धनु संक्रांति पर सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं इसके बाद से खरमास लग जाते हैं और सारे मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। धनु संक्रांति से खरमास लग जाते हैं, हालांकि ये दिन स्नान-दान, पूजा, मंत्र जाप के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है।