जगमग दीपों के पर्व दिवाली का इंतजार सभी को रहता है। वर्ष 2021 की दिवाली के लिए कुछ ही समय बचे हैं। हर घर में दीवाली के पर्व को मनाने के लिए सफाई और साज सज्जा का दौर चल रहा है।
दिवाली 2021: जगमग दीपों के पर्व दिवाली का इंतजार सभी को रहता है। वर्ष 2021 की दिवाली के लिए कुछ ही समय बचे हैं। हर घर में दीवाली के पर्व को मनाने के लिए सफाई और साज सज्जा का दौर चल रहा है। दिवाली पर मां लक्ष्मी के आगमन के लिए पूरे घर और दरवाजे को साफ सुथरा किया जाता है। इसके पीछे यह मान्यता है कि मां लक्ष्मी के घर में प्रवेश के समय पूरा घर रोशनी से जगमग करता रहे।
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। इस वर्ष की दीपावली ग्रहों नक्षत्रों का दृष्टि से चमत्कारिक होने वाली है। इस साल दिवाली 4 नंवबर को मनाई जाएगी। दिवाली के दिन धर के मुख्य द्वार पर साज सज्जा की जाती और दीपक रखे जाते हैं। द्वारा पर रंगोली बनायी जाती है। घर को साफ और स्वच्छ कर पांचों दिन देहरी पूजा विधान है।
ऐसी मान्यता है कि जो नित्य देहरी की पूजा करते हैं उनके घर में स्थायी लक्ष्मी निवास करती है। दीपावली के अलावा विशेष अवसरों पर देहरी के आसपास घी का दीपक लगाना चाहिए। इससे घर में लक्ष्मी का प्रवेश सरल होगा। विशेष मौके पर घर के बाहर देली (देहली या डेल) के आसपास स्वस्तिक बनाएं और कुमकुम-हल्दी डालकर उसकी दीपक से आरती उतारें।