Diwali 2023 Date : दीप मालिका के उत्सव दिवाली का इंतजार सभी आयु वर्ग के लोगों को होता है। घर आंगन और दरवाजे पर दीपों की माला से से जगमगाते परिवेश अलौकिक लगते है। सनातनधर्म में दिवाली के उत्सव को मां लक्ष्मी की पूजा और एक दूसरे के स्वागत के तौर पर मनाया जाता है।
Diwali 2023 Date : दीप मालिका के उत्सव दिवाली का इंतजार सभी आयु वर्ग के लोगों को होता है। घर आंगन और दरवाजे पर दीपों की माला से से जगमगाते परिवेश अलौकिक लगते है। सनातनधर्म में दिवाली के उत्सव को मां लक्ष्मी की पूजा और एक दूसरे के स्वागत के तौर पर मनाया जाता है। दिवाली के त्योहार को अंधेरे पर प्रकाश की शक्ति, बुराई पर अच्छाई की जीत और अज्ञानता पर ज्ञान की खुशी की याद के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाता है। दिवाली का त्योहार हर साल अक्टूबर के अंत से नवंबर के मध्य तक आता है। इस वर्ष लगभग 500 वर्ष बाद दीपावली पर चार राजयोग का निर्माण भी हो रहा है। जिसमें शनि देव यश राज योग बना रहे हैं। मंगल और सूर्य की युति से भी राजयोग बनने जा रहा है। इतना ही नहीं शनिदेव स्वराशि कुंभ में भी शश राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। इसके अलावा इस दिन आयुष्मान योग का भी निर्माण हो रहा है। इस बार कुछराशियों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहेगी।
इस साल 2023 में दीपावली का त्योहार 12 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा, इस दिन कार्तिक मास अमावस्या तिथि है। 12 नवंबर 2023 को दीपावली दोपहर 2:44 से शुरू हो जाएगी और इसका समापन 13 नवंबर 2023 को दोपहर 2:56 पर होगा। हिंदू धर्म में उदया तिथि के आधार पर ही कोई भी त्योहार मनाया जाता है, ऐसे में दीपावली 12 नवंबर को मनाई जाएगी।
कार्तिक अमावस्या तिथि का समय: 12 नवंबर, दोपहर 2:45 बजे – 13 नवंबर, दोपहर 2:57 बजे
प्रदोष पूजा का समय: 12 नवंबर, शाम 05:39 बजे – रात 08:16 बजे तक
लक्ष्मी जी को मखाना, सिंघाड़े, बताशे, हलवा, खीर, अनार, पान के पत्ते, सफेद और पीले रंग के मिष्ठान जरूर अर्पित किए जाने चाहिए. कहते हैं कि दीपावली के दिन ये चीजें लक्ष्मी जी को चढ़ाने से घर में सुख शांति आती है और मां लक्ष्मी अपना आशीर्वाद हमेशा बनाए रखती हैं।