देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन इसके उलट रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने कहा कि अगर विकास दर 6 प्रतिशत से अधिक नहीं हुई तो भारत 2047 (Amrit Kaal) तक निम्न मध्यम अर्थव्यवस्था ही बना रहेगा।
नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन इसके उलट रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने कहा कि अगर विकास दर 6 प्रतिशत से अधिक नहीं हुई तो भारत 2047 (Amrit Kaal) तक निम्न मध्यम अर्थव्यवस्था ही बना रहेगा। बता दें कि हैदराबाद में आयोजित मंथन कार्यक्रम में राजन ने कही। उन्होंने कहा कि अगर देश तेजी से विकास नहीं करता है, तो वह अमीर होने से पहले (जनसांख्यिकीय रूप से) बूढ़ा हो जाएगा। इसका मतलब है कि उस समय बढ़ती उम्र वाली आबादी के बोझ से भी उसे निपटना होगा।
आरबीआई (RBI) के पूर्व प्रमुख ने कहा कि कुछ दक्षिणी राज्य जनसंख्या के मामले में प्रजनन दर से नीचे है। प्रजनन दर नीचे गिरने से विकास धीमा हो गया है। राजन के अनुसार विकास की वर्तमान गति देश को बूढ़ा होने से पहले अमीर बनाने के लिए अपर्याप्त है। साथ ही उन सभी को रोजगार देने के लिए भी पर्याप्त नहीं है, जो श्रम बल के रूप में तैयार हो रहे हैं।
जीडीपी वृद्धि पर कही ये बात
पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने हाल ही में जारी चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में तेज वृद्धि का श्रेय बुनियादी ढांचा पर खर्च और दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के अच्छे प्रदर्शन को दिया है। राजन ने पिछले दिनों कहा था कि भारत की वृद्धि दर मजबूत होने के बावजूद निजी निवेश और निजी उपभोग में तेजी नहीं आई है। उन्होंने कहा था कि अगर आप देखो कि हमने इस साल इतना अच्छा प्रदर्शन क्यों किया तो इसका एक कारण यह भी है कि दुनिया अच्छा कर रही है। इसके अलावे पहली छमाही में इस मजबूत वृद्धि का एक अन्य कारण बुनियादी ढांचे पर सरकार का जबरदस्त खर्च है। जुलाई-सितंबर तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर उम्मीद से अधिक 7.6 प्रतिशत रहने के साथ भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का तमगा बरकरार रखा है।