नवंबर में भारत का वस्तुओं का निर्यात सालाना आधार पर(Export of goods on annual basis) 4.85 प्रतिशत घटकर 32.11 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष इसी माह में 33.75 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। यह गिरावट व्यापार घाटे (trade deficit) को प्रभावित करते हुए बढ़ी है।
आयात में 27 प्रतिशत की वृद्धि
इस दौरान आयात में भी तेजी आई है, जो 27 प्रतिशत बढ़कर 69.95 अरब डॉलर तक पहुंच गया। एक साल पहले यह आंकड़ा 55.06 अरब डॉलर था। आयात में वृद्धि(Increase in imports) के कारण व्यापार घाटा बढ़कर 37.84 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
चालू वित्त वर्ष में निर्यात
चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों (अप्रैल से नवंबर) में कुल निर्यात में 2.17 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 284.31 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। वहीं, आयात में 8.35 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह आंकड़ा 486.73 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
अक्टूबर में निर्यात में जोरदार वृद्धि
अक्टूबर में भारत के निर्यात में 17.25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी और यह 39.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया था। हालांकि, नवंबर में निर्यात में गिरावट ने व्यापार घाटे को और बढ़ा दिया।
भारत की व्यापार नीति पर असर
व्यापार घाटे के बढ़ने और निर्यात में गिरावट के बावजूद, सरकार की निर्यात प्रोत्साहन नीति(Export promotion policy of the Government) को लेकर कुछ प्रमुख कदम उठाए जा रहे हैं ताकि वैश्विक आर्थिक चुनौतियों(global economic challenges) के बावजूद निर्यात को बढ़ावा दिया जा सके।