यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) में यूपी के सीएम योगी को विपक्ष ने तंज कसते हुए बुलडोजर बाबा (Bulldozer Baba ) नाम दिया था, लेकिन विपक्ष के तंज को दरकिनार कर सीएम योगी (CM Yogi )को 2022 के चुनाव में जनता ने सर आंखों पर बैठाया। परिणाम यह हुआ कि बीजेपी गठबंधन (BJP Alliance) को यूपी की जनता ने 273 सीटें देते हुए बुलडोजर बाबा (Bulldozer Baba ) की दोबारा ताजपोशी का रास्ता साफ कर दिया।
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) में यूपी के सीएम योगी को विपक्ष ने तंज कसते हुए बुलडोजर बाबा (Bulldozer Baba ) नाम दिया था, लेकिन विपक्ष के तंज को दरकिनार कर सीएम योगी (CM Yogi )को 2022 के चुनाव में जनता ने सर आंखों पर बैठाया। परिणाम यह हुआ कि बीजेपी गठबंधन (BJP Alliance) को यूपी की जनता ने 273 सीटें देते हुए बुलडोजर बाबा (Bulldozer Baba ) की दोबारा ताजपोशी का रास्ता साफ कर दिया।
इसके बाद बीते 25 मार्च को सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) दोबारा सत्तारूढ़ हो गए हैं। यूपी (UP) में योगी सरकार (Yogi Government) की वापसी के बाद बुलडोजर (Bulldozer) अवैध संपत्तियों पर धड़ल्ले से चल रहा है। इसका भय इस कदर व्याप्त हो गया है कि भ्रष्टाचारी व अवैध कब्जेदार खुद ही अपनी अवैध समपत्तियों को ढहाना शुरू कर दिया है। यूपी के एटा जिले में योगी के बुलडोजर से डरे अब समाजवादी पार्टी (SP) नेता ने खुद ही जिला प्रशासन की कार्रवाई से पहले चिन्हित कोल्ड स्टोरेज को तुड़वा दिया है। मौके पर मजदूरों ने उस कोल्ड स्टोरेज की दीवारों को ढहा दिया है।
बीजेपी (BJP) की दूसरी बार सरकार बनते ही जिला प्रशासन को शिकायत मिली की जैथरा स्थिति एक भट्टे के आस पास भूमाफिया की ओर से सैकड़ों बीघा जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण करा लिया गया है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन दो दिन पूर्व दो अलग-अलग जगह पर लेखपाल की टीम के साथ मौके पर पहुंच कर अतिक्रमित जमीन की नाप कराई। फिर पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच कर बुलडोजर से अवैध निर्माण को ध्वस्त करते हुए बाकी जमीन को कब्जा मुक्त कराया। पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई से डरे हुए सपा नेता रामनाथ सिंह यादव के बेटे विक्रांत यादव ने खुद जैथरा स्थिति अपने कोल्ड स्टोरेज को तुड़वा दिया है।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल के हैं रिश्तेदार
रामनाथ सिंह यादव प्रोफेसर रामगोपाल सिंह यादव के करीबी रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। सपा से पूर्व ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। रामनाथ सिंह यादव के परिवार की जनपद की राजनीति में तूती बोलती है। रामनाथ सिंह यादव के बड़े भाई रामेश्वर सिंह यादव सपा से पूर्व विधायक रहे हैं। उनकी भाभी वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। रामनाथ यादव के सैफई परिवार से करीबी संबंध होने के चलते अब तक अधिकारी उन पर कार्रवाई करने से कतराते रहे थे।
जानें क्या है पूरा मामला?
थाना जैथरा के गांव ललहैत में कई साल पूर्व 37 बीघा ग्राम पंचायत की जमीन पर कब्जा कर भट्टे का निर्माण करा लिया गया था। भट्टे के आसपास की जमीन को भी अतिक्रमित कर उस पर अवैध निर्माण कर लिया गया था । चुनाव से पूर्व पांच महीने पहले जिला प्रशासन ने उस जगह को चिन्हित कर सपा नेता रामनाथ यादव को अवैध कब्जा हटाने को नोटिश दिया था, लेकिन नोटिस के जवाब में सपा नेता ने राजस्व परिषद में अपील की थी जिसे राजस्व परिषद ने खारिज कर दिया था। भट्टे के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के बाद बुलडोजर से डरे सपा नेता ने अपने बेटे विक्रांत यादव के नाम से बने कोल्ड स्टोरेज में अवैध निर्माण को तुड़वा दिया।