लखीमपुर खीरी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की दो शिक्षकों ने अपनी 30 छात्राओं को छत के ऊपर बंधक बना लिया। दरअसल बेहजाम नामक जगह पर स्थित बालिका विद्यालय की महिला शिक्षकों का तबादला यहां से कही और होना था।
लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की दो शिक्षकों ने अपनी 30 छात्राओं को छत के ऊपर बंधक बना लिया। दरअसल बेहजाम नामक जगह पर स्थित बालिका विद्यालय की महिला शिक्षकों का तबादला यहां से कही और होना था। इस ट्रासंफर को रुकवाने के लिए इन्होंने अपनी ही छात्राओं को बंधक बनाने का फैसला किया। लखीमपुर खीरी के बेसिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत पांडे ने शुक्रवार को बताया कि शिक्षकों के द्वारा किया गया इस कृत्य का मकसद जिले के वरिष्ठ अधिकारियों पर दबाव बनाना था।
जिससे की उनका कही और होने वाला तबादला रुक जाये। उन्होंने बताया, वार्डन ललित कुमारी ने उन्हें और जिला समन्वयक, बालिका शिक्षा रेणु श्रीवास्तव को घटना के बारे में सूचित किया, जिसके बाद वे स्कूल पहुंचे और वहां कई घंटों तक मौजूद रहें। स्थानीय पुलिस थाना से महिला पुलिस को बुलाया गया और महिला शिक्षकों के चंगुल से छुड़ाकर लड़कियों को अपने छात्रावास के कमरे में वापस लाया गया।
पांडे ने कहा, इस संबंध में जिला समन्वयक बालिका शिक्षा रेणु श्रीवास्तव द्वारा दो शिक्षकों मनोरमा मिश्रा और गोल्डी कटियार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के के तहत एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस मामलें की चार सदस्यीय समिति द्वारा विभागीय जांच की जाएगी। समिति को तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है। उन्होंने महिला शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करने का अश्वासन भी दिया।