Chhattisgarh Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाले केस में ईडी ने सोमवार को पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के आवास समेत कुल 14 जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान कांग्रेस की प्रदेश इकाई का जोरदार विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था। वहीं, कांग्रेस ने आज से आंदोलन की तैयारी की है। इस बीच चैतन्य बघेल पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है।
Chhattisgarh Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाले केस में ईडी ने सोमवार को पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के आवास समेत कुल 14 जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान कांग्रेस की प्रदेश इकाई का जोरदार विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था। वहीं, कांग्रेस ने आज से आंदोलन की तैयारी की है। इस बीच चैतन्य बघेल पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है।
जानकारी के अनुसार, सोमवार को भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के भिलाई परिसर, चैतन्य बघेल के कथित करीबी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल और कुछ अन्य के परिसरों समेत 14 ठिकानों पर करीब 10 घंटे पीएमएलए के तहत रेड चली। जिसके बाद ईडी ने चैतन्य को छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाले में पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाया है। माना जा रहा है कि यदि ईडी उनके जवाबों से संतुष्ट नहीं हुई तो गिरफ्तार भी कर सकती है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, चैतन्य बघेल के आवास से ईडी ने दस्तावेज और 30 लाख से अधिक की नकदी बरामद की है। इस दौरान ईडी टीम को बघेल समर्थकों को कड़ा विरोध भी झेलना पड़ा। आरोप है कि ईडी की टीम जब आवास से बाहर आई तो कार को घेर लिया गया। टीम पर पथराव भी किया गया। वहीं, इसको लेकर सोमवार को कांग्रेस विधायकों ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में जोरदार हंगामा किया। सदन में आसन के समक्ष आने के बाद कांग्रेस विधायकों को निलंबित कर दिया गया।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले में ईडी लगातार एक्शन ले रही है। इससे पहले मई 2024 में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर समेत कई आरोपियों की लगभग 18 चल और 161 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क की गयी। सूत्रों का कहना है कि ईडी को पता चला है कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य भी शराब घोटाले से उत्पन्न अपराध की आय का प्राप्तकर्ता है, जिसमें अपराध की कुल आय लगभग 2,161 करोड़ रुपये है जिसे विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निकाला गया है।