देवो के देव भगवान शिव और माता पार्वती के सबसे छोटे पुत्र भगवान गणेश हैं। गणेश भगवान के भाई श्री कार्तिकेय, अय्यप्पा के नाम से जाने जाते है।
Ganesh Chaturthi 2022 : देवो के देव भगवान शिव और माता पार्वती के सबसे छोटे पुत्र भगवान गणेश हैं। गणेश भगवान के भाई श्री कार्तिकेय, अय्यप्पा के नाम से जाने जाते है। भगवान गणेश को दूब और लडडू बहुत प्रिय है। गणेश भगवान का वाहन मूषक है। हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी या गणेश चतुर्थी कहते हैं। इस बार यह 19 मई, दिन गुरुवार को पड़ेगी। भगवान सिद्धविनायक की पूजा अर्चना करने से भक्तों की मनोकामना शीघ्र पूरी करते है। संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखते हुये भगवान गणेश का पूजन अति फलदायी होगा।
इस दिन 02:57 PM तक साध्य योग है। संकष्टी चतुर्थी के दिन चन्द्रमा धनु राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात), तथा सूर्य राशि वृषभ राशि पर विराजमन होंगे। मान्यता है कि इस दिन पूरे विधि विधान से भगवान गणेश की पूजा करने से रिद्धि और सिद्धि की प्राप्ति होती है।
गणेश गायत्री मंत्र
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।। यह गणेश गायत्री मंत्र है।
तांत्रिक गणेश मंत्र
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश। ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति।
गणेश कुबेर मंत्र
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।।