1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. Gangaur fast 2024 : गणगौर व्रत में मां पार्वती की होती है पूजा, जानें तारीख और शुभ मुहूर्त

Gangaur fast 2024 : गणगौर व्रत में मां पार्वती की होती है पूजा, जानें तारीख और शुभ मुहूर्त

सनातन धर्म में भगवान भोले नाथ और मां पार्वती की पूजा विभिन्न अवसरों पर की जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार मां पार्वती की पूजा करने से अखंडसौभाग्यवती होने वरदान प्राप्त होता है।

By अनूप कुमार 
Updated Date

Gangaur fast 2024 :  सनातन धर्म में भगवान भोले नाथ और मां पार्वती की पूजा विभिन्न अवसरों पर की जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार मां पार्वती की पूजा करने से अखंड सौभाग्यवती होने वरदान प्राप्त होता है। गणगौर त्योहार विवाहित महिलाओं के लिए बहुत महत्व रखता है क्योंकि वे अपने पतियों के स्वस्थ जीवन और स्वस्थ वैवाहिक संबंधों के लिए देवी पार्वती की पूजा करती हैं। भगवान शिव जैसा समझदार और सबसे अच्छा पति पाने के लिए कुंवारी लड़कियां भी पूजा और गणगौर उत्सव में भाग लेती हैं।

पढ़ें :- Summers Protect Basil Plant : गर्मियों में तेज धूप से ऐसे बचाएं पवित्र तुलसी का पौधा , जानें क्या करना चाहिए

गणगौर या गौरी तृतीया एक जीवंत धार्मिक त्योहार है जो देवी पार्वती और भगवान शिव के दिव्य प्रेम में मनाया जाता है। गणगौर या गौर माता एक स्थानीय देवी और भगवान शिव की पत्नी देवी पार्वती का एक रूप हैं। गणगौर त्यौहार बड़े पैमाने पर राजस्थान और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। इन दोनों राज्यों के अलावा गणगौर मध्य प्रदेश, हरियाणा और गुजरात में भी मनाया जाता है।

निमाड़ी लोग केवल तीन दिन ही गणगौर मनाते हैं
गणगौर को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। मध्य प्रदेश के निमाड़ी लोग भी इसे मारवाड़ियों की तरह ही उतने ही उत्साह से मनाते हैं। दोनों समुदायों की पूजा पद्धतियां अलग-अलग हैं जबकि त्योहार एक ही है। मारवाड़ी लोग सोलह दिनों तक गणगौर की पूजा करते हैं लेकिन निमाड़ी लोग केवल तीन दिन ही गणगौर मनाते हैं।

जानिए गणगौर व्रत तिथि और शुभ मुहूर्त
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 10 अप्रैल को शाम 5 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगी। यह 11 अप्रैल को दोपहर 3:00 बजे समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि मानी जाती है। ऐसे में गणगौर व्रत 11 अप्रैल को रखा जाएगा। गणगौर के दिन पूजा का शुभ समय सुबह 6.29 बजे से 08:24 बजे तक रहेगा। गणगौर व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त तक उठें। इसके बाद अपने दिन की शुरुआत देवी-देवताओं का ध्यान करके करें।

गणगौर पूजा
भगवान शिव और माता पार्वती को चंदन, रोली और अक्षत चढ़ाएं। माता पार्वती को सोलह श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें। अब दीपक जलाकर गणगौर माता की आरती करें और व्रत का संकल्प लें मां को चढ़ाएं प्रसाद को खुद भी खाएं और लोगों में बांटें।

पढ़ें :- Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन घर ले आएं ये चीजें, मां लक्ष्मी बरसाएंगी कृपा

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...