सनातन धर्म में देवी गायत्री की पूजा बहुत महत्व है।शास्त्रों में देवी गायत्री को वेद माता के नाम से भी जाना गया है और उन्हें ये नाम इसलिए मिला क्योंकि वेदों की उत्पत्ति का कारण देवी ही हैं।
Gayatri Jayanti 2023 : सनातन धर्म में देवी गायत्री की पूजा बहुत महत्व है।शास्त्रों में देवी गायत्री को वेद माता के नाम से भी जाना गया है और उन्हें ये नाम इसलिए मिला क्योंकि वेदों की उत्पत्ति का कारण देवी ही हैं। यही नहीं देवी का मूल मंत्र गायत्री मंत्र माना गया है और इस मंत्र में चारों वेदों का सार समाहित हैं। इसलिए गायत्री जयंती पर गायत्री मंत्र जरूर जपना चाहिए।
प्रत्येक वर्ष सावन की पूर्णिमा (sawan purnima 2023) के दिन गायत्री जयंती मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवी गायत्री का जन्म श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि (purnima tithi) में हुआ था। इस पवित्र दिन पूरे विधि-विधान से देवी गायत्री की पूजा पाठ की जाती है। आइये जानते है गायत्री जयंती के शुभ मुहूर्त बारे में।
गायत्री जयंती 2023: तिथि और समय
ज्येष्ठ गायत्री जयंती 2023: मंगलवार, 30 मई 2023
एकादशी तिथि प्रारंभ: 30 मई 2023 को प्रातः 03:37 बजे
एकादशी तिथि 31 मई 2023 को सुबह 04:15 बजे समाप्त होगी
गायत्री मंत्र और उसका अर्थ
गायत्री मंत्र:- ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
अर्थात .. उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपने अन्तःकरण में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग की ओर प्रेरित करे।