गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) परिसर में हमला करने के मामले की जांच यूपी एटीएस (UP ATS) को सौंपी गई है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी भी जुट गई हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो और एनआईए (NIA)भी मामले की तहकीकात करने में जुट गई हैं। हालांकि इस बीच एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार (ADG Law and Order Prashant Kumar) ने कहा कि मामले की जांच एटीएस को सौंपी गई है।
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) परिसर में हमला करने के मामले की जांच यूपी एटीएस (UP ATS) को सौंपी गई है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी भी जुट गई हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो और एनआईए (NIA)भी मामले की तहकीकात करने में जुट गई हैं।
हालांकि इस बीच एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार (ADG Law and Order Prashant Kumar) ने कहा कि मामले की जांच एटीएस को सौंपी गई है। संदिग्ध से पूछताछ जारी है। आरोपी गोरखपुर का ही रहने वाला है। इस मामले में आतंकी साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। सभी बिन्दुओं को देखते हुए जांच जारी है। उन्होंने कहा कि हमले में पीएसी के दो जवान घायल हुए हैं। प्रशांत कुमार ने कहा कि अब तक जो भी दस्तावेज मिले हैं, वे बेहद सनसनीखेज हैं। हमले का ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक की जांच के आधार पर इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि यह आतंकी हमला नहीं है।
इसके अलावा एसीएस गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमला नाकाम करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए 5 लाख रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की है। अवनीश अवस्थी ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर में पुलिस के जवानों पर जो हमला हुआ है। वह साजिश का हिस्सा है। इसको आतंकी घटना कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना की जांच यूपी एटीएस को दी गई है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि यूपी एटीएस और यूपी एसटीएफ एक साथ काम करेंगे। जिन तीन जवानों ने घटना को विफल किया, गोपाल गौड़, अनिल पासवान और अनुराग राजपूत को 5 लाख रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि इसके लैपटॉप-मोबाइल में जो भी जानकारी मिली है उसकी गंभीरता से जांच की जाए। जरूरत पड़ने पर प्रदेश के बाहर से भी साक्ष्य जुटाए जाएंगे।
मुकदमा गोरखनाथ थाने में दर्ज
उन्होंने कहा कि मुकदमा गोरखनाथ थाने में दर्ज किया जा चुका है। अभी शासन के द्वारा सभी महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा योजना की समीक्षा की गई है। इसके तहत वहां अधिक पद स्वीकृत किए गए हैं। इसी समीक्षा के तहत गोरखनाथ मंदिर, अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और अन्य महत्वपूर्ण इमारतों की सुरक्षा की गई थी। यदि यह व्यक्ति अंदर पहुंच जाता तो श्रद्धालुओं को क्षति हो सकती थी। स्थिति बेकाबू हो सकती थी। अधिकारियों ने बेहद संयम से आरोपी को गिरफ्तार किया है।