नोएडा में शुक्रवार को 2 करोड़ रुपये के साथ पकड़े गए 8 हवाला कारोबारियो से पूछताछ के बाद आयकर विभाग और नोएडा पुलिस लगातार दबिश दे रही है। शनिवार को आयकर विभाग की टीम ने पुलिस बल के साथ लखनऊ से इस गैंग के मास्टर माइंड को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा आयकर विभाग ने दिल्ली के एक ठिकाने से 96 लाख रुपये भी बरामद किये है और तीन लोगो को हिरासत में लिया गया है।
नोएडा में शुक्रवार को 2 करोड़ रुपये के साथ पकड़े गए 8 हवाला कारोबारियो से पूछताछ के बाद आयकर विभाग और नोएडा पुलिस लगातार दबिश दे रही है। शनिवार को आयकर विभाग की टीम ने पुलिस बल के साथ लखनऊ से इस गैंग के मास्टर माइंड को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा आयकर विभाग ने दिल्ली के एक ठिकाने से 96 लाख रुपये भी बरामद किये है और तीन लोगो को हिरासत में लिया गया है। आरोपियो का कनैक्शन दिल्ली, यूपी, गुजरात समेत कई अन्य राज्यो में फैला हुआ है। आयकर विभाग और पुलिस टीम लगातार इसकी जानकारी जुटा रही है।
दिल्ली चांदनी चौक के एक ऑफिस से बरामद हुए 96 लाख रुपये
नोएडा में पकड़े गये हवाला कारोबारियो से पूछताछ के बाद आयकर विभाग और पुलिस की टीम ने पुरानी दिल्ली चांदनी चौक स्थित एक ऑफिस में छापेमारी की। यहां से पुलिस ने 96 लाख रुपये नगद बरामद किये है। इस दौरान पुलिस टीम ने मौके से तीन लोगो को भी हिरासत में लिया है और पूछताछ के लिए नोएडा लाई है। इसके अलावा आयकर विभाग की टीम पूछताछ के आधार पर लखनऊ में मास्टर माइंड की तलाश में पहुंची, मगर घर पर बाहर से ताला लगा हुआ था। आयकर विभाग की टीम को शक हुआ तो पुलिस की मदद से घर के अंदर से आरोपी मास्टर माइंड आर्दश को गिरफ्तार कर लिया। आयकर विभाग की टीम उसको नोएडा ला रही है।
बीस रुपये के फटे नोट का आधा हिस्सा दिखाने वाले को देने थे दो करोड़ रुपये
आरोपियो से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि हवाला कारोबारियो से जो दो करोड़ रुपये बरामद हुए थे। वह रुपये गुजरात के सूरत से दिल्ली में लाये गये थे। रुपये को नोएडा में किसी को देने था। डिलिवरी के लिए बीस रुपये के नोट का आधा हिस्सा हवाला करोबारियो के पास था और आधा हिस्सा उसके पास था जिसे वह रुपये देने थे, मगर इस डील से पहले ही नोएडा पुलिस ने इन्हे दबोच लिया था। पुलिस को पता चला है कि आरोपियो का ऑफिस दिल्ली स्थित क्लॉथ मार्केट में है।
33 प्रतिशत कमिशन लेते थे आरोपी
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी कोपरेट सोशल रिस्पोंसबिलिटी फंड को अपने फर्जी (शैल) कंपनियो में डालते थे और 33 प्रतिशत कमिशन पर हवाला के माध्यम से नगद में भुगतान करते थे।