पुराने समय में धूप और गर्मी से बचने के लिए सत्तू का अधिक सेवन करते थे। चाहे वो सस्तू का शरबत हो, सत्तू को हरी चटनी में नमक के साथ मिलाकर खाते थे।
Health Care:पुराने समय में धूप और गर्मी से बचने के लिए सत्तू (Sattu) का अधिक सेवन करते थे। चाहे वो सस्तू का शरबत हो, सत्तू को हरी चटनी में नमक के साथ मिलाकर खाते थे।
अब बहुत लोग सत्तू में मसाला मिलाकर उसकी कचौरी जिसे लिट्टी का कहा जाता है, खाते है। इसके पीछे की वजह थी इसमें मौजूद सत्तू में एक पत्रिका में मुताबिक आयरन, सोडियम, फाइबर, आयरन, मैंगनीज, प्रोटीन, मैग्नीशियम आदि का पाया जाना। सत्तू का नियमित सेवन आपको स्वास्थ्य और हेल्दी बनाता है।
सत्तू का शरबत (Sattu sharbat)पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है। ये शरीर में नमी बनाए रखता है। दरअसल, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सही रखने, बीपी बैलेंस करने और स्किन को हेल्दी रखने के लिए भी हाइड्रेशन की जरुरत होती है। इसलिए गर्मियों में सत्तू पीना बहुत ही फायदेमंद है। इसको पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है।
इसके अलावा पेट संबंधित कई समस्याओं से निजात देता है। जैसे कब्ज बवासीर में बहुत आराम पहुंचाता है। चने की सत्तू में इसे पानी में मिलाएं। ऊपर से थोड़ा सा काला नमक मिलाएं और नींबू का रस मिला कर इसका सेवन करें।
सत्तू का शरबत ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए काफी लाभदायक होता है। इसके लिए सत्तू में नींबू, नमक, जीरा और पानी मिलाकर सेवन करना चाहिए।
सत्तू के सेवन से वजन कम करने में भी मदद करता है। चने का सत्तू पीने से काफी लंबे समय तक भूख नहीं लगती।
सत्तू का शरबत बनाने के लिए आपको इन सामग्री की जरुरत पड़ेगी। सत्तू का शरबत (Sattu sharbat) बनाने के लिए एक ग्लास में दो चम्मच सत्तू डालें इसमें चीनी और थोड़ा सा पानी मिलाए। अब इसे अच्छी तरह से मिला लें, ताकि कोई गांठ ना रह जाए। इसके बाद आप इसका सेवन कर सकते हैं।