ब्रेस्टफीडिंग से मां की सेहत भी अच्छी रहती है। इससे कैंसर जैसी बीमारी का खतरा कम हो सकता है। मां के दूध में चार सौ तरह के पोषक तत्व पाये जाते है। जो बच्चे को फिजिकल और मेंटल हेल्थ ठीक रखता है साथ ही विकास करता है।
पूरी दुनिया में इस हफ्ते World breastfeeding week 2023 मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य महिलाओं को स्तनपान के बारे में जागरुक करना है। जिससे मां और बच्चा दोनो हेल्दी रहे। डॉक्टरों के अनुसार शिशु के पूरे पोषण के लिए मां का दूध बेहद जरुरी है।
ब्रेस्टफीडिंग से मां की सेहत भी अच्छी रहती है। इससे कैंसर जैसी बीमारी का खतरा कम हो सकता है। मां के दूध में चार सौ तरह के पोषक तत्व पाये जाते है। जो बच्चे को फिजिकल और मेंटल हेल्थ ठीक रखता है साथ ही विकास करता है।
साथ ही मां के दूध में बच्चे के लिए आवश्यक प्रोटीन, विटामिन और एंटीबॉडी होती है जो इम्यूनिटी के लिए बेहतर माना जाता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ की माने तो मां के दूध में पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड होता है।
ये बच्चे के मानसिक विकास के लिए फायदेमंद होता है। ब्रेस्टफीडिंग मां की सेहत के लिए बहुत जरुरी होती है। यह मां के शरीर को नेचुरली फैट कम करने में हेल्प करता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ कहती हैं कि बच्चे के जन्म लेते ही उसे ब्रेस्टफीडिंग करानी चाहिए।
ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान आप शिशु को जिस तरफ से दूध पिलाए, उसी तरफ के हाथ से शिशु की रीढ़, गर्दन और निचले हिस्से को सहारा देते रहे। यह ब्रेस्ट फीडिंग कराने का सबसे बेहतर तरीका है।