1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3.  Indradev ka Prakop :  हिमाचल में भारी बारिश से मची तबाही, चंडीगढ़-मनाली हाईवे बाधित

 Indradev ka Prakop :  हिमाचल में भारी बारिश से मची तबाही, चंडीगढ़-मनाली हाईवे बाधित

मानसून  की दस्तक के साथ ही हिमाचल में बादल फटने का खतरनाक सिलसिला शुरू हो गया है। देव भूमि पर इंद्रदेव का प्रकोप साक्षत दिखायी दिया।

By अनूप कुमार 
Updated Date

indradev ka  Prakop Himachal  : मानसून  की दस्तक के साथ ही हिमाचल में बादल फटने का खतरनाक सिलसिला शुरू हो गया है। देव भूमि पर इंद्रदेव का प्रकोप साक्षत दिखायी दिया। भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं के चलते हिमाचल में मची तबाही के कारण कई जगह मार्ग अवरुद्ध गया। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के बागीपुल इलाके में अचानक आई बाढ़ की वजह से पर्यटक और स्थानीय लोगों सहित 200 से अधिक लोग फंसे हुए हैं। भूस्खलन के चलते चंडीगढ़-मनाली हाईवे बाधित हो गया है और इस रूट पर लंबा जाम लग गया है। वहीं, असम में बाढ़ के चलते 1.7 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।रविवार को मंडी जिला की सराज घाटी में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सराज क्षेत्र के तुंगाधार में बादल फटने से आई बाढ़ में कई वाहन बह गए। बगस्याड़ में भू-स्खलन होने से दो गाडिय़ां और एक मकान मलबे में दब गया। वहीं भूस्खलन होने से एक मकान के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। चैलचौक-जंजैहली मार्ग अवरुद्ध गया है।

पढ़ें :- हिमाचल में कांग्रेस को बड़ा झटका, छह बागी विधायक भाजपा में शामिल

दूसरी तरफ दिल्ली और महाराष्ट्र में रविवार सुबह मानसून की एंट्री हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक, 62 साल बाद दोनों जगह एक साथ मानसून पहुंचा है। BMC के मुताबिक, मुंबई में पिछले 24 घंटों में 31 मिलीमीटर बारिश हुई है जो कि एक दिन पहले की तुलना में काफी कम है।जगह-जगह पर हो रहे जलभराव के चलते ट्रैफिक प्रभावित हुआ है।

असम में बाढ़ से जनजीवन असमान्य हो गया है। राज्य के कई जिलों में आई बाढ़ के चलते लगभग 1.7 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालने और उन तक राहत पहुंचाने के लिए NDRF, SDRF, फायर ब्रिगेड और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े विभागों के हजारों कर्मचारी लगातार सक्रिय हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक, देश के करीब 23 राज्यों में अगले चार दिन भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। इनमें झारखंड, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, तटीय कर्नाटक और केरल शामिल हैं।

पढ़ें :- Breaking- दिल्ली में 1 नवंबर से डीजल बसों की नो एंट्री , इन वाहनों को इजाजत
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...