लंबे समय तक भूखे प्यासे रहने के बाद एकदम से खाना सेहत पर सीधा असर डाल सकता है। इसलिए कोशिश करें कि बहुत ज्यादा तला खाना न खाएं।
रमजान का पावन माह चल रहा है। रमजान माह में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते है। रोजे में पूरा दिन न तो कुछ खाया जाता है और न ही पानी पिया जाता है। ऐसे में लंबे समय तक भूखे प्यासे रहने के बाद एकदम से खाना सेहत पर सीधा असर डाल सकता है। इसलिए कोशिश करें कि बहुत ज्यादा तला खाना न खाएं।
सहरी में रोटी, छिलके सहित फल, अंडे, पनीर, चिकन आदि खाना चाहिए। लंबे समय तक खाली पेट रहने के कारण गैस की समस्या ज्यादा होती है। इसलिए शाकाहारी भोजन का प्रयोग ज्यादा करना चाहिए।
फाइबर युक्त भोजन जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां और सलाद का सेवन करना चाहिए। जैसे खीरा, ककड़ी, तरबूज, संतरा, अंगूर खाना चाहिए । इससे प्यास और भूख कम लगती है ।ब्रोकली में डायटरी फाइबर और विटामिन सी दोनों प्रचुर मात्रा में होते हैं। अध्ययनों के अनुसार ब्रोकली में प्रति कप पांच ग्राम फाइबर होता है।हरी मटर स्वादिष्ट, पौष्टिक और अन्य पोषक तत्वों के अलावा फाइबर, आयरन और विटामिन ए और सी का एक शानदार स्रोत है।
सहरी के दौरान चाय या कॉफी को पीने से बचना चाहिए। इसे सेवन करने से बार-बार प्यास लगती है। चाय कॉफी की जगह नींबू पानी और जूस का सेवन कर सकते हैं।
इफ्तारी में हल्की चीजों का सेवन करना चाहिए। जैसे खजूर, शिकंजी या सूप पीएं। ज्यादा तला हुआ खाने से एसिडीटी, उल्टी या पेट दर्द की समस्या हो सकती है। साथ ही व्यायाम जरुर करें।