पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री पद से इमरान खान (Imran Khan) संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद करारी हार हुई है। इसके वाद वह पद से हटा दिए गए हैं। ऐसा कर पाकिस्तान ने एक बार फिर अपना इतिहास दोहराया है। देश के 74 साल के इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है। इमरान खान अपवाद साबित नहीं हो पाए और हटा दिए गए हैं।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री पद से इमरान खान (Imran Khan) संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद करारी हार हुई है। इसके वाद वह पद से हटा दिए गए हैं। ऐसा कर पाकिस्तान ने एक बार फिर अपना इतिहास दोहराया है। देश के 74 साल के इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है। इमरान खान अपवाद साबित नहीं हो पाए और हटा दिए गए हैं।
इमरान खान (Imran Khan) अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद करारी हार के बाद रविवार को पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान की जनता आजादी की लड़ाई फिर से शुरू करे। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट में लिखा कि 1947 में पाकिस्तान एक स्वतंत्र राज्य बना, लेकिन सत्ता परिवर्तन की एक विदेशी साजिश के खिलाफ आज से एक और स्वतंत्रता संग्राम आज फिर से शुरू होता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जनता हमेशा से अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की रक्षा करती आई है और आगे भी करेगी।
इमरान खान की पार्टी पीटीआई (PTI)ने नेशनल असेंबली में सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया है। पूर्व की इमरान सरकार में सूचना मंत्री रहे फवाद चौधरी का कहना कि पार्टी नई सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करेगी। चौधरी ने कहा कि पीटीआई ने नेशनल असेंबली से इस्तीफा देने का फैसला किया है, यह प्रक्रिया कल प्रधानमंत्री के चुनाव के बाद शुरू होगी। फवाद चौधरी ने कहा कि खास बात यह है कि जिस दिन शाहबाज शरीफ को 16 अरब रुपये के मामले में आरोपित किया जाना है, वह प्रधानमंत्री का चुनाव लड़ेंगे. फवाद चौधरी ने कहा कि अगर शाहबाज शरीफ का नामांकन पत्र खारिज नहीं हुआ तो हम सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। मौजूदा संकट का एकमात्र समाधान चुनाव है।