नई दिल्ली: भारत ने वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जारी अपनी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल कर लिया है। जबकि भारत ने दूसरे देशों को भी कोरोना वायरस को परास्त करने के लिए खूब सहायता की है। भारत ने अपने यहां टीकाकरण अभियान को प्रभावित न होने देते हुए पड़ोसी देशों को कोविड वैक्सीन की खेप भेजी है। वहीं विदेश मंत्री जयशंकर ने जानकारी दी कि भारत ने महामारी के दौरान कुल 150 देशों को अलग-अलग प्रकार की मेडिकल सप्लाई पहुंचाई है। इनमें से कई देश वायरस के चलते अधिक गंभीर हालात से गुजर रहे थे।
इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन संस्थान के 14 वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, विदेश मंत्री ने कहा, “हमने अपने यहां बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू कर दिया है और हमारे तत्काल पड़ोसियों को भारतीय टीका आपूर्ति शुरू हो गई है। इसमें आने वाले समय में अन्य साथी देशों को कवर करने की उम्मीद है। दुनिया गंभीर मुद्दों से निपटने के लिए अधिक सामूहिक प्रयास से लाभान्वित हो सकती है।”
बता दें कि कोरोना काल में अन्य देशों के संकटमोचक बने भारत की सरकार ने बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और मालदीव को टीके की 32 लाख से अधिक नि:शुल्क खुराकें भेजी हैं। मॉरिशस, म्यामां और सेशेल्स को दान के रूप भेजी जानी है। इस सूची में आज श्रीलंका और बहरीन को भी सप्लाई भेज दी गई है।
जयशंकर ने कहा कि महामारी का मुकाबला स्वाभाविक रूप से आने वाले दिनों में वैश्विक एजेंडे पर हावी हो जाएगा, एक देश के रूप में 150 से अधिक देशों को महामारी चिकित्सा आपूर्ति और उपकरण प्रदान करते हुए भारत उत्तरदाताओं के बीच समन्वय का समर्थन करता है।” इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक (डायरेक्टर जनरल) टेड्रोस अधनोम ने भारत का शुक्रिया अदा किया है, साथ ही पीएम मोदी की इस पहल की सराहना की है।