भारत-पाकिस्तान की 1971 की लड़ाई में लोंगेवाला चौकी के हीरो रहे भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathore) का सोमवार को निधन हो गया है। सिंह बीते कई दिनों से जोधपुर एम्स (Jodhpur AIIMS) में भर्ती थे। हाल ही में पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी उनसे फोन कर स्वास्थ्य का हालचाल जाना था। भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathore) (81) मूल रूप से सोलंकिया तला के रहने वाले थे।
जोधपुर। भारत-पाकिस्तान की 1971 की लड़ाई में लोंगेवाला चौकी के हीरो रहे भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathore) का सोमवार को निधन हो गया है। सिंह बीते कई दिनों से जोधपुर एम्स (Jodhpur AIIMS) में भर्ती थे। हाल ही में पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी उनसे फोन कर स्वास्थ्य का हालचाल जाना था। भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathore) (81) मूल रूप से सोलंकिया तला के रहने वाले थे। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) में रहकर देश की सेवा करने वाले भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathore) को भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित लोंगेवाला चौकी का हीरो कहा जाता था।
पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ट्वीट कर लिखा कि नायक (सेवानिवृत्त) भैरों सिंह जी को हमारे देश के लिए उनकी सेवा के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण बिंदु पर महान साहस दिखाया। उनके निधन से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। शांति।
Naik (Retd) Bhairon Singh Ji will be remembered for his service to our nation. He showed great courage at a crucial point in our nation's history. Saddened by his passing away. My thoughts are with his family in this hour of sadness. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 19, 2022
भैरों सिंह पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। उन्हें इलाज के लिए जोधपुर एम्स (Jodhpur AIIMS) में भर्ती कराया गया था। वहीं पर सोमवार को दोपहर में भैरों सिंह ने अंतिम सांस ली। भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathore) बेटे सवाई सिंह के अनुसार उनको 14 दिसंबर को एम्स में भर्ती कराया गया। उस वक्त उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया और उनके शरीर के अंगों में पैरालिसिस हो गया था। फिल्म निर्देशक जेपी दत्ता की बहुचर्चित फिल्म बॉर्डर में भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathore) के अदम्य साहस की कहानी को दिखाया गया था। उसके बाद वे और चर्चित हो गए थे।
लोंगेवाला में रचा था इतिहास
भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathore) का गांव सोलंकिया तला जोधपुर से करीब 120 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। वे वहीं पर रहते थे। बीएसएफ(BSF) में रहने के दौरान सिंह को भारत-पाक बॉर्डर पर स्थित लोंगेवाला चौकी पर तैनात किया गया था। वहां वे बीएसएफ (BSF) की एक छोटी टुकड़ी को कमांड करते थे। वहां भारतीय सेना की 23 पंजाब रेजिमेंट की एक कंपनी भी तैनात थी। इन जांबाजों ने 5 दिसंबर 1971 को वहीं पर पाकिस्तानी ब्रिगेड और टैंक रेजिमेंट को नेस्तनाबूत कर दिया था।
1987 में भैरों सिंह राठौड़ हुए थे सेवानिवृत्त
जानकारी के अनुसार भैरों सिंह राठौड़ (Bhairon Singh Rathore) 1987 में सेवानिवृत्त हुए थे। उसके बाद वे अपने गांव में ही रहने लगे थे। उम्र के इस पड़ाव में भी भैरों सिंह राठौड़ काफी एक्टिव रहते थे। एम्स में भर्ती होने के बाद बीएसएफ (BSF) के अधिकारी उनके स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे थे, लेकिन अंतत आज लोंगेवाला पोस्ट के हीरो भैरों सिंह राठौड़ ने दुनिया को अलविदा कह दिया। राठौड़ के निधन से उनके गांव में शोक की लहर छा गई।